साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन द्वारा 1200 करोड़ के स्कैम करने वाले गिरोह के नेपाली मुलाये सदस्य को किया दिल्ली से गिरफ्तार ।
साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन द्वारा लगातार दबिशें देकर 1200 करोड़ के स्कैम करने वाले गिरोह के नेपाली मुलाये सदस्य को किया दिल्ली से गिरफ्तार | नेपाली मुलये नागरिक दुबई और नेपाल में पैसे भेजने वाले हवाला संचालक का काम कर रहा था।
तीसरे हवाला ऑपरेटर को जेल भेजा गया है जबकि अन्य हवाला ऑपरेटरों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया है।
प्रदेश के डी जी पी श्री अशोक कुमार द्वारा राज्य के साईबर अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत एसटीएफ एवं साइबर पुलिस स्टेशन को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिये गये है।
वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। इसी परिपेक्ष्य में साईबर ठगों द्वारा फर्जी कम्पनी बनाकर आमजनो को आनलाईन ट्रेडिंग की बात बताकर फर्जी बेवसाइट के माध्यम से पैसे कमाने का लालच देकर आनलाईन लाखों रुपये की धोखाधडी की जा रही है ।
इसी क्रम में साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर दिनांक 04-09-2021 को वादी मुकदमा अमित कुमार पुत्र रामेश्वर प्रसाद निवासी- डी-2 ज्वालापुर सुभाष नगर जनपद हरिद्वार के द्वारा साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून के प्रार्थना-पत्र के आधार पर मु0अ0स0 30/21 धारा 420/120बी भा0द0वि0 व 66डी0 आई0टी0 एक्ट बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। जिसमें वादी को अज्ञात व्यक्ति द्वारा व्हाटसएप पर मैसेज भेजकर जिसमें (सोना/रेडवाईन) मसाले आदि चीजों की चीन से आनलाइन ट्रेडिग पर इन्वेस्टमेंट करके ज्यादा मुनाफा कमाने का प्रलोभन देकर विभिन्न तिथियों में भिन्न-भिन्न खातों में 1500000/- रू0 की ठगी की गयी।
अभियोग की विवेचना निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला के सुपुर्द की गयी तथा विवेचना के शीघ्र अनावरण हेतु तकनीकी टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त विभिन्न बैक खातो की डिटेल/के0वाईसी0 एवं मोबाईल नम्बरों की सी0डी0आर0/कैफ प्राप्त की गयी तथा इनका विश्लेषण किया गया। विश्लेषण से अपराध में मनी-लांड्रिग व चाईनिज कनेक्शन होना प्रकाश में आया । जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुये, 01 अभियुक्त रोहित कुमार को पंजाब के फरीदकोट (पाकिस्तान बार्डर) से, 02 अभियुक्तों को भोपाल म0प्र0 से एवं 01 अभियुक्त को राउरकेला उड़ीसा से गिरफ्तार किया गया तथा मुम्बई के 01 फिल्म निर्माता की संलिप्तता पाये जाने पर 41 (A) सीआरपीसी का नोटिस तामील कराया गया । विवेचना के क्रम में दिल्ली में स्थित कम्पनियों पर कार्यवाही करते हुए 03 अभियुक्त के विरूद्व मा0 न्याया0 से गैर जमानती वांरट प्राप्त करते हुये लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया तथा 03 अभियुक्त को 41 (A) सीआरपीसी का नोटिस तामील कराया गया। इस पूरी प्रक्रिया में न्यूनतम 1200 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है।
अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु गठित टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, व शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो प्रकाश में आये अभियुक्तो द्वारा स्वंय को जीएलसी प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी मे आनलाईन ट्रेडिंग की बात बताकर फर्जी बेवसाइट के माध्यम से पैसे कमाने का लालच देकर वादी मुकदमा से हुयी धोखाधडी का सम्बन्ध fake Website (Hongkong, Singapore) से पाये जाने पर प्रभावी कार्यवाही करते हुए टीम को NCR, नई दिल्ली व अन्य सम्भावित स्थानो में रवाना किया गया।
पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तो द्वारा वादी मुकदमा को जो खाता संख्या व मोबाईल नम्बर दिये थे व धोखाधडी से प्राप्त की गयी धनराशि की खातो के खाताधारक की जानकारी प्राप्त की गयी व उक्त खाते का खाताधारक के सम्बन्ध में साक्ष्य एकत्रित करते हुये अभियोग में 01 नेपाल मूल के यम बहादुर पुत्र टिकाराम हाल निवासी मकान नं0 202, फ्लैट नं0 A-342, ब्लॉक A, विजय विहार, रोहणी सैक्टर 5, नई दिल्ली मूल निवासी ग्राम कारीकोट, राईडांडा, थाना वालिम, वार्ड नं0 9, जिला शियांगजा, गंडकी अंचल नेपाल को नई दिल्ली से गिरफ्तार करते हुये घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन, ATM कार्ड व आधार कार्ड बरामद किया गया।
उक्त टीम के द्वारा उपरोक्त विवेचना में अब तक कुल 05 अभियुक्तों की गिरफ्तारी 04 अभियुक्तो को 41 (क) सीआरपीसी का नोटिस तथा 03 अभियुक्त के विरूद्व NBW प्राप्त करते हुये लुक आउट सर्कुलर जारी कराते हुये देश के हवाला आपरेटरो के संगठित गैग के विरूद्व कार्यवाही की गयी है।
अपराध का तरीकाः- अभियुक्तगणों द्वारा फर्जी कम्पनी बनाकर आमजनता को आनलाईन ट्रेडिंग की बात बताकर फर्जी बेवसाइट के माध्यम से पैसे कमाने का लालच देकर आनलाईन धोखाधडी करना व अभियुक्तो व पकडे गये सहअभियुक्त द्वारा भारत के अलग-अलग कोनो मे दर्जनो फर्जी कम्पनी बनायी गयी थी और साईबर अपराधियो द्वारा फिल्मो की स्क्रीनिंग के नाम पर करोडो रुपये क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से भारत से बाहर भेजे गये । अपराध मे प्रयुक्त बैवसाईट डिटेल से प्रतीत होता है कि चह बैवसाइट हांगकांग व सिगांपुर मे बनायी गया थी ।
गिरफ्तार अभियुक्त-
- यम बहादुर पुत्र टिकाराम हाल निवासी मकान नं0 202, फ्लैट नं0 A-342, ब्लॉक A, विजय विहार, रोहणी सैक्टर 05, नई दिल्ली मूल निवासी ग्राम कारीकोट, राईडांडा, थाना वालिम, वार्ड नं0 9, जिला शियांगजा, गंडकी अंचल नेपाल ।
बरामदगी-
1- मोबाइल फोन- 01
2- ATM कार्ड PNB – 01
3- अभियुक्त का आधार कार्ड
पुलिस टीम-
1- निरीक्षक श्री त्रिभुवन सिंह रौतेला
2- उ0नि0 राजेश ध्यानी
3- उ0नि0 राहुल कापडी
4- का0 हरेन्द्र भण्डारी
प्रभारी एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन टिकट को बुक कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें। आजकल वर्तमान मे ऐसे बहुत सारे आनलाईन लोन देने वाले एप्प आ गये है जिनको RBI द्वारा अधीकृत नही किया गया है । साईबर अपराधी आम लोगो को ऐसे एप्प डाउनलोड करवाकर डाटा एकत्रित कर ब्लैकमेलिंग का प्रयास करते है ऐसे किसी भी लोन एप्प के बारे मे जानकारी प्रप्त होने पर बैंक के सज्ञान मे जरुर लाये। व तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें । इसके अतिरिक्त गिरफ्तारी के साथ-साथ साईबर पुलिस द्वारा जन जागरुकता हेतु अभियान के अन्तर्गत हैलीसेवा वीडियो साइबर पेज पर प्रेषित किया गया है। जिसको वर्तमान समय तक काफी लोगो द्वारा देख कर शेयर किया गया है।