कभी न जाना नेताओ इस ओर नही तो हो जाओगे हरक सिंह जैसे बर्बाद
देहरादून : एक कहावत है सच्चे का बोलबाला और झूठे का मुंह काला जी हां यही कहावत सभी पर चरितार्थ होते दिख रही है
वर्ष 2012 और 2017 से लेकर आज तक हरक सिंह जिस फर्जी सुभारती कॉलेज को MBBS की NOC जारी करवाते रहे और बड़ी घूस लेकर पैरवी करते रहे उसकी कोलज के 300 एमबीबीएस छात्रों की ऐसी बद्दुआ हरक सिंह रावत को लगी की चुनाव तो छोड़ पार्टी और राजनीति की को भी हमेशा के लिए वाट लग गई ।
ज्ञात हो की अभी हाल में ही मृत मरीजों के गहने उतारने और चैक अप ले लिए आई महिला से रेप के संबंध में गौतम बुद्ध सुभारती महाविदलाया और अस्पताल के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ और इसके MBBS अनुमति को लेकर माननीय उच्च न्यायालय में याचिका विचाराधीन है ।
इसलिए उन छात्रों ने सलाह दी है राज नेताओ को कि इस ओर जाना भी नही अन्यथ तुम्हारा भी यही हश्र होगा और इसी क्रम में अगली चेतावनी छात्रों ने गामा को दी है इसके संस्थापक अतुल भटनागर पर सी बी आई ने हत्या के आरोप में चार्जशीट यानी आरोप पत्र दाखिल किया हुआ है और यशवर्धन रस्तोगी पर सीमा मिश्रा और लवली के साथ मिलकर हवाला का आरोप है
ज्ञात हो की त्रिवेंद्र और हरीश रावत भी यही गलती कर चुके है ।
वायस ऑफ नेशन के सर्वे के अनुसार कुछ नेता और अधिकारी सत्ता के नशे में यह भूल जाते है कि वो भगवान बन गए है पर अंत में उन्हे मुंह की खानी पढ़ती है और यही हाल इन नेताओ का हुआ है और आगे भी ” कुछ ” लोगो का होने वाला है क्यूंकि ये पहले भी माननीय सुप्रीम कोर्ट को गुमराह करके अनुमति लाए थे और अब फिर उसी राह पर है जिसमे राज्य सरकार द्वारा इन फर्जीवाड़ा करने वालो पर 1 अरब 33 करोड़ की पेनल्टी लगाई गई
अगले लेख में बताएंगे दिनेश धन्ने फीस कमेटी दरकिनार कर खुद ही लेटर पैड पर फीस निर्धारित कर दी और हरीश रावत ने संपत्ति पर स्टे लगे रहते रस बिहारी बोस सुभारती यूनिवर्सिटी पास कर दी फिर त्रिबेद आए जिन्होंने सारे नियमों को ताक विवादित होते हुए निदेशक और कमेटी की रिपोर्ट की ना होते हुए भी 3 साल के लिए NOC दे दी अगले लेख में बताएंगे की PMO ,DOPT ,Vigilence से IAS Pankaj Pandey पर क्या फैसला आया पर और क्या गुल खिलाया ?