यात्रा का पंजीकरण,क्या है प्रोसीजर,क्या है किराया आदि विवरण जानने के लिए यहां क्लिक करे

प्रदेश में 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू हो गईं है। सभी श्रद्धालुओं को उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। चारधाम यात्रा के लिए आनलाइन पंजीकरण 15 अप्रैल से शुरू कर दिए गए थे।
आज पंजीकरण की संख्या 23 लाख पार कर गई है।
विभिन्न स्थानों पर तीर्थ यात्रियों की मदद के लिए पर्यटन पुलिस तैनात रहेगी जो यात्रियों को विभिन्न जानकारियां देने के साथ उनकी मदद भी करेगी। किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए रेस्क्यू टीमें एसडीआरएफ डीडीआरएफ फायर सर्विस आपदा प्रबंधन की टीमें भी हर वक्त तैयार रहेंगी। समस्‍या होने पर पर्यटक डायल 112 पर काल कर सकते हैं।
चार धाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
श्रद्धालु उत्तराखंड पर्यटन विभाग निर्धारित वेबसाइट :
http://registrationandtouristcare.uk.gov.in  पर अपना ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन करा सकते हैं।
चार धाम यात्रा की वेबसाइट पर जाएं।
इसके बाद रजिस्टर या लॉगिन बटन पर क्लिक करें।
फिर अपना नाम, संपर्क नंबर, ईमेल आईडी आदि सहित आवश्यक जानकारी भरें।
रजिस्ट्रेशन अपने मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी के साथ पूरा करें।
इसके बाद, एक नया डैशबोर्ड दिखाई देगा, जहां पर उस व्यक्ति के यात्रा की पूरी जानकारी जैसे यात्रा की तारीख, पर्यटकों की संख्या, यात्रा करने के लिए तीर्थ स्थल और बहुत कुछ होगा।
रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाने पर, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक रजिस्ट्रेशन नंबर भेजा जाएगा।
फिर आप बाद में चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
इसके अलावा पर्यटन विभाग के टोल फ्री नंबर 0135-1364 पर कॉल करके रजिस्ट्रेशन की सुविधा का फायदा ले सकते हैं। इसके साथ ही touristcarerttarakhand मोबाइल एप से भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
पुराने किराये पर ही होगी चारधाम यात्रा :

इस बार बसों व टैक्सी के किराये में वृद्धि किए जाने की ट्रांसपोर्टरों की मांग परिवहन विभाग ने नकार दी थी।

चारधाम/हेमकुंड यात्रा की बसों का किराया
सीट, श्रेणी, किराया, प्रतीक्षा शुल्क
20 सीटर, सभी श्रेणी, 70 रुपये, कोई नहीं
21 से 30 सीट, साधारण, 63 रुपये, 3500 रुपये
21 से 30 सीट, डीलक्स, 76 रुपये, 5000 रुपये
21 से 30 सीट, एसी, 89 रुपये, 5500 रुपये
31 से 45 सीट, साधारण, 76 रुपये, 5000 रुपये
31 से 45 सीट, डीलक्स, 83 रुपये, 6000 रुपये
31 से 45 सीट, एसी, 95 रुपये, 7000 रुपये
(नोट: किराया प्रति किमी के हिसाब से है, जबकि प्रतीक्षा शुल्क प्रतिदिन के हिसाब से है।)
टैक्सी का किराया
श्रेणी, मार्ग, नान एसी, एसी
साधारण, मैदानी, 16 रुपये, 18 रुपये
साधारण, पर्वतीय, 18 रुपये, 20 रुपये
डीलक्स, मैदानी, 20 रुपये, 22 रुपये
डीलक्स, पर्वतीय, 22 रुपये, 25 रुपये
लग्जरी व सुपर लग्जरी टैक्सी
श्रेणी, मार्ग, किराया
लग्जरी, मैदानी, 25 रुपये
लग्जरी, पर्वतीय, 27 रुपये
सुपर लग्जरी, मैदानी, 35 रुपये
सुपर लग्जरी, पर्वतीय, 40 रुपये
(नोट : किराया प्रति किमी के हिसाब से है।)
टैक्सी का प्रतीक्षा शुल्क
साधारण: पहले दो घंटे तक 50 रुपये, और इससे ऊपर 50 रुपये प्रति घंटा।
डीलक्स: पहले दो घंटे तक 75 रुपये और इससे ऊपर 100 रुपये प्रति घंटा।
लग्जरी: पहले दो घंटे तक 100 रुपये और इससे ऊपर 150 रुपये प्रति घंटा।
सुपर लग्जरी: पहले दो घंटे तक 125 और इससे ऊपर 200 रुपये प्रति घंटा।
हेली सेवा बुकिंग कहां से करें
प्रदेश में चारधाम यात्रा के लिए हेली टिकटों की बुकिंग 20 अप्रैल से शुरू हुई है।

केदारनाथ हेली सेवा टिकटों की बुकिंग 20 जून तक फुल हो चुकी है।

यह बुकिंग आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिये की जा रही है। इस बार हेली टिकटों के दाम में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।

ठगी से बचने के लिए आधिकारिक वेबसाइट

http://heliyatra.irctc.co.in  से ही टिकट बुक करने का अनुरोध किया जा रहा है।

बदरीनाथ के लिए भी हेली सेवा
इस वर्ष बदरीनाथ धाम के लिए भी हेली सेवा शुरू हो रही है।

नागरिक उड्डयन विभाग गौचर से बदरीनाथ के लिए हेली सेवा शुरू कर रहा है।

इसका एक तरफ का किराया 3970 रुपये रहेगा। इसमें जीएसटी और हेली बुकिंग करने वाली आइआरसीटीसी का सुविधा शुल्क शामिल नहीं है। यह शुल्क अलग से देय होगा।

ये हैं किराये की दरें
गोविंदघाट-गौचर – 3970
गौचर – गोविंदघाट-3960
गौचर-बदरीनाथ – 3960
बदरीनाथ-गौचर – 3960
बदरीनाथ-गोविंदघाट – 1320
गोविंदघाट-बदरीनाथ – 1320
गोविंदघाट-घांघरिया – 2780
घांघरिया-गोविंदघाट- 2780
(नोट: जीएसटी व आइआरसीटीसी का सुविधा शुल्क शामिल नहीं)
चारधाम की यात्रा के लिए 10 दिन की अवधि निर्धारित
एक धाम की यात्रा तीन दिन दो धाम की यात्रा पांच दिन तीन धाम की यात्रा सात दिन और चारधाम की यात्रा के लिए 10 दिन की अवधि निर्धारित की गई है।
रात दस बजे से सुबह चार बजे तक वाहनों का संचालन नहीं
चारधाम यात्रा के दौरान रात दस बजे से सुबह चार बजे तक वाहनों का संचालन नहीं किया जाएगा।
यात्रा मार्गों पर मैक्सी कैब व मोटर कैब के संचालन के समय सीडी प्लेयर, पेन ड्राइव व रेडियो जैसे माध्यमों से गीत-संगीत जैसी तेज ध्वनियां प्रतिबंधित रहेंगी।
यात्रा में सभी व्यावसायिक यात्री वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड एवं वाहन का ट्रिप कार्ड प्रत्येक ट्रिप के लिए प्राप्त करना अनिवार्य है।
वाहन में फर्स्ट एड बाक्स, अग्निशमन यंत्र, लकड़ी का गुटका व रस्सी रखना जरूरी है। चालक व परिचालक को निर्धारित वर्दी में होना चाहिए।
पर्वतीय मार्गों पर मौसम खराब होने अथवा भूस्खलन होने पर स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए।
यात्रा प्रारंभ करते समय एवं वापसी पर चेकपोस्ट पर प्रविष्टि अवश्य कराई जाए।
वाहन में किसी प्रकार के नाम व पदनाम के बोर्ड व सायरन व हूटर, लाल, पीली व नीली बत्ती प्रतिबंधित है।
प्रेशन हार्न, मल्टी ओन हार्न और चकाचौंध लाइट का प्रयोग नहीं किया जा सकेगा।
कोई भी वाहन चालक प्राकृतिक स्रोतों के पानी में वाहनों को न धोएं।
विभिन्न भाषाओं में साइन बोर्ड
अधिकांश यात्री दक्षिण भारत, मध्य भारत महाराष्ट्र, गुजरात आदि प्रदेशों और उत्तर भारत से केदारनाथ पहुंचते हैं। उनको आसानी से समझ के लिए संबंधित बोली भाषा में संदेश, सूचनाएं, साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। इसमें मराठी, गुजराती, अंग्रेजी, हिन्दी एवं तमिल भाषा में जनपद की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार तीन प्रकार के साइन बोर्ड लगाए जाएंगे।

कब खुलें धामों के कपाट?
10 मई को अक्षय तृतीया है और इस दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम कपाट अभिजीत मुहूर्त में खुलेंगे।
केदारनाथ धाम के कपाट भी 10 मई को ही खुलेंगे।
बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई 2024 को खोले जाएंगे।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button