क्या है कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी, जिस पर Elon Musk ने 730 करोड़ रुपये खर्च,जानिए

नई दिल्ली,VON NEWS: Tesla Inc के चीफ और दुनिया के सबसे अमीर शख्स Elon Musk नई-नई टेक्नोलॉजी पर दांव लगाने के लिए जाने-जाते हैं। ऐसी ही एक टेक्नोलॉजी है “कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी”. यह टेक्नोलॉजी बिल्कुल नई है। इस पर Elon Musk ने गुरुवार को 100 मिलियन डॉलर (करीब 720 करोड़ रुपये) खर्च करने का ऐलान किया है। Elon ने Twitter पर पोस्ट साझा करके इसकी जानकारी दी है। Elon Musk ने कहा कि हम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन टेक्नोलॉजी की खोज करने वाले व्यक्ति को 720 करोड़ रुपये का इनाम दिया जाएगा।

क्या है कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी 

जैसा की नाम से जाहिर होता है कि इस टेक्नोलॉजी में कार्बन उत्सर्जन को वातारण में फैलने से पहले रोका जाता है, जिससे ग्लोबल हीटिंग की समस्या को कम किया जा सके। कार्बन कैप्चर टेकनोलॉजी में बड़ी फैक्ट्रियों और पावर प्लांट की चिमनियों से कार्बन डाइ आक्साइज को निकलने से रोका जाता है। मतलब इन्हें कैप्चर करके दूसरी जगह स्टोर किया जाता है, जिससे यह वातारण को नुकसान न पहुंचा सके। इसके लिए फैक्ट्री की चिमनी पर सालवेंट फिल्टर लगाया जाता है।

इसके बाद इसे स्टोर करके गहराई में इजेक्ट कर दिया जाता है, जहां से जीवाश्म गैस आती है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल प्लास्टिक बनाने, ग्रीन हाउस पौधों को उगाने और कार्बोनेट फिजी पेय बनाने में किया जा सकता है। बता दें कि इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के मुताबिक पिछले साल कार्बन उत्सर्जन में तेजी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button