पत्रकारिता आड़ में बदनाम करते ये पत्रकार । अब 2 और पर हुई FIR दर्ज
देहरादून (मनीष वर्मा ) VON NEWS (विशेष खबर): पत्रकारिता की आड़ लेकर कुछ ऐसे लोग पत्रकार बन गए है जो पोर्टल की आड़ में ब्लैकमेलिंग ,उगाही , झूठी व भ्रामक एक पक्षीय खबरे छाप कर किसी की निजी जिंदगी व सरकार तक को असहज करने की कोशिश करते है, हालंकि इनकी कोई औकात नहीं है कि ये चींटी को भी हिला सके और सबसे बड़ी बात यह है कि ये गाहे बागाहे अपनी बिरादरी तक को भी नहीं छोड़ते और यह नहीं समझ पाते कि उनका भी दिन आ सकता है और आज पहली बार इन ब्लैकमेलरों ने इनका नाम खोलने और लिखने को मजबूर कर दिया है कि इनका असली चेहरा जनता को दिखाया जाए ।
कुछ इसी प्रकार से उत्तराखंड में एक फर्जी,धोखेबाज,गद्दार पत्रकारों का समूह काम करता है हालांकि इनके साथ इन्हीं की श्रेणी के वो लोग है जो गिनती में एक दर्जन भी नहीं है और हाथ में न्यूज पोर्टल की आईडी पकड़ कर अपने को किसी चैनल के मालिक से कम नहीं समझते और ढ़ंग से कैमरे के बारे में भी जानकारी नहीं रखते और ये भूल जाते है कि जनता को बार बार मूर्ख बनाना मुश्किल है ।
अरे कमजर्फो कुछ तो शर्म कर लो ? कोई शर्म हया आंखो में है कि नहीं ? तभी तो तुम्हारे पर कोई यकीन नहीं करता क्यूंकि जो अपनी बिरादरी का ही नहीं हुआ वो किसी और का क्या होगा ? तुम्हे जलन किस बात की है, तुम भी मेहनत करके क्यों नहीं खाना चाहते ? कब तक ये जलील हरकते करते रहोगे ? क्यों अपनी वजह से पत्रकार बिरादरी को बदनाम करते हो ? तुम क्या समझते तो 2 – 4 पोर्टल में न्यूज चला कर तुम कहीं के सरताज बन गए ? अरे मूर्खो सब आएंगे थोड़ी देर ताली पिटेंगे बाद ने तुम्हे ही गाली देकर पीछे से बोलेंगे अब फंस गया साला । किसने दिया स्टिंग,धोखेबाज, ब्लैक मेलर के आरोपी शिव प्रकाश सेमवाल और राजेश शर्मा का साथ जब ये दोनों जेल गए ? गिनती के आधा दर्जन भी नहीं थे और जो दिख रहे थे वो दिखावा ही कर रहे थे और बाद में वो भी बिल में घुस गए । अरे मूर्खो कब जागोगे कब समझोगे ? ये धोखा,चाल ,गद्दारी,दलाली,बेईमानी ज्यादा दिन नहीं चलती ऊपर वाला सब देख रहा है ।
क्या 500 – 1000 रुपए लेकर किसी के खिलाफ खबर छाप दी तो बहुत बड़ी बात कर दी गोल्ड मैडल मिल गया ? चलो तुम्हारा भाव बढ़ा देते है 5000 से 10,000 भी ले लिए हो तो कितने दिन चला लोगे काली कमाई ? भगवान से डरो ..सबके घरों में परिवार है ..दूसरो को बदनाम करके क्या तुम नामी रह जाओगे .. लों तुम्हारा भी दिन आ गया ..अब बोलो …बात राजेश और सेमवाल ने शुरू की तो अब भुगतो भी 50 कॉपी सांध्य दैनिक या 100 मैगजीन छापने से कोई पत्रकार नहीं हो जाता…. अब चलाना खबर… इतनी धज्जियां और पुराने रिकॉर्ड निकलेंगे जो अभी तक किसी को बताए नहीं है ? पर फिलहाल चेतावनी ही काफी है एक के बदले एक है अभी और सुन लो तुम्हारे जैसे लोगो के लिए दैनिक अख़बार भी ले लिया है अभी अभी ….याद रखना और जनता का मूर्ख बनाया और अपने ब्लैक मेलिंग के रवैए से बाज नहीं आए तो वहीं आकर बजाएंगे बाजा … और पत्रकार – पत्रकार खेलना आता है … रपट तक नहीं होती है
तुमने क्या सोच लिया एक बार स्वर्गीय तिवारी जी की सरकार में उन्हें ब्लैक मेल करके तुमने 5 एक जैसी गाड़ियां क्या ले ली तो क्या सब मुख्यमंत्री तुमसे डर जाएंगे ? निकाल कर दिखाए उन सबके नंबर,रजिस्ट्रेशन डेट और डाटा ? स्व0 तिवारी जी आज जीवित होते तो मै करवाता तुम्हारे ऊपर FIR …और मेरा मुंह मत खुलवाना अब …तुम्हारी ऑफिस कॉपी सूचना विभाग से निकाल ली आज तक की तो… एक हजार तुम्हारे सताए लाइन में खड़े हो जाएंगे जो शरीफ या डरपोक थे कुछ बोले नहीं ….हमे मत दिखाना ये तेवर ..
हुआ यह है कि जबसे राज्य में ईमानदार नेतृत्व कि जीरो टॉलरेंस सरकार बनी है तबसे इनकी ब्लैकमेलिंग,उगाही,दलाली तो बन्द हो गई लिहाजा ये सरकार के नजदीक के लोगो पर ताना बाना कसते हुए उल्टी सीधी झूठी एक पक्षीय खबरे छापते रहते है और इनका उद्देश्य सिर्फ सरकार को असहज करना होता है इसके सिवा इनका कोई उद्देश्य ही नहीं है और पीत पत्रकारिता की मिसाल यें खुद है और दूसरो को कोसने में ये कोई कसर नहीं छोड़ते ..अरे भाई एक कहावत है कि एक घर तो डायन भी छोड़ कर चलती है ..तुम भी ऐसा काम कर लेते जो तुम्हे भी सरकार सर आंखो पर बैठा कर रखती.. पर तुम्हे तो अपना पराया, जाति बिरादरी की कोई परवाह ही नहीं ।
अभी अभी तो तुम्हारा साथी पत्रकारिता का काला ध्ब्बा राजेश शर्मा ब्लेकमेलर कई मुसीबत में और जांच के घेरे में है तुम्हारा मालिक सेमवाल खुद कई जांच के घेरे में है अब आप दोनों भी पड़ गए चक्कर मै ….आखिर क्यों सब लोग ब्लैक मेल,उगाही करने वालो के चक्कर में आ रहे हो । ये तो वो लोग है जो मरे हुए का मांस भी नोच ले अरे ये तो वो लोग है जो इनका जीवन यापन करने वाले रूटीन में सबको विज्ञापन जारी करने वाले सूचना विभाग को ही गाली देने से परहेज़ नहीं करते । अरे खाओ भी और थाली में छेद भी करो ? अरे हरामियों सरकार को जरूरत ही क्या है साल का 40 करोड़ छोटे, मंझोले,दैनिक समाचार पत्रों व पोर्टलों को विज्ञापन देने की ..खुद ही अपना अख़बार ,अपना पोर्टल ,अपना चैनल खोल सकती है सरकार …पर एक निति चली आ रही है कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और बहुत अच्छे व गणेश शंकर विद्यार्थी जी के आदर्शो पर चलने वाले पत्रकार भी है दुनिया में..पर उनको क्यों बदनाम कर रहे हो ? क्यों अच्छे पत्रकारों के पेट पर भी लात मारने पर तुले हो ? क्यों सबके अन्नदाता सूचना विभाग को कोस कर सबकी रोजी रोटी छिनना चाहते हो ?तुम भी कुछ मेहनत क्यों नहीं कर लेते ?
बरहाल बात करते है देहरादून के काले धब्बे पर्वतजन की ताज़ा FIR की
दिनांक 10 जनवरी 2021 को वादी गण एहसान मसूद पुत्र मसूद अहमद निवासी 3 सी प्लेसमेंट वैली राजपुर रोड देहरादून द्वारा एक लिखित तहरीर थाना डालनवाला में दी की प्रार्थी गण व उनके साथियों द्वारा 5 वर्ष पूर्व खेवटदारो से बजरिया बैनामा एक संपत्ति एकता एवेन्यू लेन नंबर 1 कैनाल रोड देहरादून में क्रय की थी, संपत्ति का इंद्राज नगर निगम देहरादून के अभिलेखों के साथ-साथ राजस्व अभिलेखों में भी विधिवत संपन्न हो चुका है तथा उक्त भूमि का गृह कर भी नगर निगम देहरादून में जमा करा दिया गया है। प्रार्थी गण अपनी उक्त भूमि पर चारदीवारी का निर्माण करा रहे थे तो मौके पर एक पोर्टल के पत्रकार जो अपना नाम विजय रावत व राजेश बहुगुणा बता रहे थे आए व उक्त पत्रकारों द्वारा उक्त संपत्ति को विवादित बनाने की धमकी दी जब हमने उन्हें ऐसा न करने का आग्रह किया तो उक्त पत्रकारों ने अनुचित तरीके से पैसों की मांग रखी व पैसे ना देने पर अपने पोर्टल व अखबार में प्रार्थी के खिलाफ खबर चलाकर दुष्प्रचार करने की धमकी दी इसके अतिरिक्त उक्त पत्रकारों द्वारा प्रार्थी की संपत्ति में घुसकर उक्त भूमि की वीडियोग्राफी कि वह दिनांक 27.12. 2020 को सोशल मीडिया पेज पर जमीन को बदनाम करने व प्रार्थी को नुकसान पहुंचाने की नियत से खबर प्रसारित की. इस तहरीर के आधार पर चौकी नालापानी थाना डालनवाला में उक्त तथाकथित दोनों पत्रकार विजय रावत व राजेश बहुगुणा के विरुद्ध अंतर्गत धारा 384 भा0द0वि0 का अभियोग पंजीकृत किया गया। विवेचना प्रचलित है।
देहरादून सहित प्रदेश की जनता को इनसे सचेत रहने की जरूरत है क्यूंकि इन क्षिव प्रकाश सेमवाल ,राजेश शर्मा और ये दोनों ऐसे लोग है जो आपके साथ उठेंगे,बैठेंगे ,खाएंगे,पिएंगे और आपको ही पीठ में चक्कू मार देंगे इनके लिए भाई,बहन,प्यार,मोहब्बत,भाईचारा,अपनापन मत करना क्यूंकि ये तुम्हारे साथ ये सब करते हुए ही तुम्हारा स्टिंग कर देंगे और बाद में ऐसे नोचेंगे जैसे जैसे मरे हुए शरीर को चील क्ववे नोचते है ।
विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि कुछ और अन्य लोग इनके खिलाफ आरोप और सबूत प्रस्तुत कर सकते है जिससे अनुसंधान के दौरान इन पर और गंभीर धाराएं बढ़ सकती है