अस्पतालों में सैनिटाइजर तक नहीं पाकिस्तान में COVID-19 के बढ़ रहे मरीज;
VON NEWS: पाकिस्तान से पूरी दुनिया के लोग परेशान है। यदि ये कहा जाए कि इस वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी जद में ले लिया है तो कोई अचंभे वाली बात नहीं होगी। चीन में दिसंबर माह में कोरोना का पहला मरीज सामने आया था और समय के साथ अब इसने दुनिया के 135 देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। इससे डेढ़ लाख लोग संक्रमित पाए गए है। दुनियाभर में 6000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
पड़ोसी देश पाकिस्तान के हालात भी बुरे हैं, यहां कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है मगर उससे निपटने के लिेए सरकार की तरफ से अभी तक कड़े कदम नहीं उठाए गए हैं।
आलम ये है कि कुछ अस्पतालों में सैनिटाइजर और मास्क तक उपलब्ध नहीं है। उधर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी मास्क और सैनिटाइजर की कमी को पूरा करने के लिए तमाम देशों से इसका निर्माण करने के लिए कहा है। जिससे कोरोना से निपटा जा सके।
पर अब तक 183 मामले सामने आ चुके हैं इनमें सिंध में 150, इस्लामाबाद में 2, खैबर पख्तूनख्वा में 15, पंजाब में एक, बलूचिस्तान में 10 और गिलगित-बाल्टिस्तान में पांच-पांच मामले सामने आए हैं।
कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखकर ही प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंत्रियों की एक आपात बैठक बुलाई थी। इस बैठक के बाद पाकिस्तान के स्वास्थ्य राज्य मंत्री जफर मिर्जा ने कहा कि सरकार कोरोनो वायरस के बढ़ते दायरे के मद्देनजर स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है, इससे बचाव के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि डॉक्टरों की सुरक्षा के साथ समझौता किया जा रहा है, क्योंकि अस्पताल में सेवारत लगभग 800 मेडिकल स्टाफ के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) भी पर्याप्त तौर पर उपलब्ध नहीं हैं। इस वजह से वहां पर काम करने वाले डॉक्टरों के मन में भी डर समाया हुआ है।
उनका कहना है कि जब हमारे पास पर्याप्त उपकरण ही नहीं है तो इलाज किस तरह से बेहतर दे सकते हैं। यदि वो खुद ही अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं तो बेहतर इलाज की उम्मीद कैसे की जा सकती है। डॉक्टरों का ये भी कहना है कि अस्पताल के कुछ वार्डो में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए हाथ धोने के लिए सेनेटाइजर तक उपलब्ध नहीं है।
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