होली 2020: रंग खेलने से पहले करें यह उपाय,नुकसान से बचें:
VON NEWS: मनाने के लिए हर कोई बेताब है। लेकिन, रंगों के इस उल्लास में सावधानियां बरतना भी बेहद जरूरी है। केमिकलयुक्त रंग जितने आंखों के लिए घातक होते हैं उतना ही घातक स्किन के लिए भी हैं। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष त्वचा रोग डॉ. सादिक उमर ने बताया कि रंगों से स्किन एलर्जी होने का खतरा ज्यादा रहता है। इनसे बचाव के कई उपाय हैं। जिन्हें अपनाकर आप नुकसान से बच सकते हैं।
होली खेलने से पहले करें यह उपाय
- होली खेलने से पहले अपनी स्किन व अंगों पर अच्छे से तेल या घी की मालिश कर लें। इससे स्किन को ज्यादा नुकसान नहीं होगा।
- बालों को रंगों से बचाने के लिए सिर पर टोपी या विग (नकली बाल फैंसी आइटम) जरूर पहनें। नहीं तो बालों को नुकसान पहुंचेगा।
- जब कोई रंग लगाए तो मुंह और आंखों को बंद कर लें।
होली खेलने के बाद करें ये उपाय – स्किन से रंग छुड़ाने के लिए बेसन-दही का प्रयोग करें। इसके बाद बेसन में तेल मिलाकर इसे स्किन पर रगड़ें। इससे काफी हद तक रंग स्किन को नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
- स्किन पर एलोवेरा भी लगा सकते हैं। इसे फेसपैक के रूप में इस्तेमाल करें। इससे आप एलर्जी से बच सकते हैं।
- नीम फेसपैक भी एलर्जी से बचाने में असरदार होता है। नीम की पत्तियों को पीसकर चेहरे पर लगाएं और सूखने पर ठंडे पानी से चेहरा धो लें।
- रंग छुड़ाने के लिए मिसलर वाटर भी प्रयोग कर सकते हैं। यह बाजार में उपलब्ध रहता है।
होली के त्योहार के मद्देनजर रुड़की में धारा 144 लागू होली त्योहार पर किसी प्रकार का हुड़दंग और अराजकता न हो, इसे लेकर प्रशासन ने 11 मार्च की शाम तक के लिए रुड़की क्षेत्र में धारा 144 लागू की है। बताया जा रहा है कि त्योहार पर खुफिया विभाग की रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन ने यह कदम उठाया है, हालांकि प्रशासन इसे सामान्य प्रक्रिया बताया है। - होली के त्योहार के मद्देनजर रुड़की में शनिवार की शाम पांच बजे से धारा 144 लागू की गई है। जो कि 11 मार्च की शाम पांच तक लागू रहेगी। इस दौरान किसी भी जुलूस आदि पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। चार से अधिक लोगों के हुड़दंग मचाने पर भी पर कार्रवाई होगी।
- बताया जा रहा है कि होली के त्योहार को लेकर खुफिया विभाग की ओर से आशंका जताई गई थी। जिसके बाद प्रशासन ने इसे लागू किया है। वहीं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने धारा 144 लागू किए जाने के पुष्टि करते हुए बताया कि त्योहार आपसी सौहार्द और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो, इसी के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।