अमेरिका के विमान पर ‘लेजर हमले’ के आरोप का चीन की दो टूक
नई दिल्ली,VON NEWS: चीन ने अपने नौ सैनिक जहाज से अन्य देशों के विमान पर लेजस से हमला करने के आरोप को सिरे से नकार दिया है। चीन के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उसके एक नौसैनिक जहाज द्वारा पिछले महीने अमेरिकी नौसेना के निगरानी विमान के ऊपर लेजर फायर करने की रिपोर्ट ‘वास्तविकता के अनुरूप’ नहीं है।
दरअसल, पिछले महीने आई एक रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि चीनी सेना ने यूएएस और अन्य देशों के सैन्य विमानों और कर्मियों को परेशान करने और संभवत नुकसान पहुंचाने के लिए लेजर का इस्तेमाल किया है। हालांकि, मंत्रालय के प्रवक्ता रेन गुओकियांग ने शुक्रवार को बताया कि मंत्रालय ने रिपोर्ट का ‘खंडन’ किया है। साथ ही बताया कि चीनी स्क्वाड्रन 17 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय जल में नियमित अभ्यास कर रही थी, जब घटना कथित रूप से हुई थी।
कथित घटना पर चीन की ओर से की गई पहली टिप्पणी में रेन ने कहा गया कि एक अमेरिकी पी-8 ए पोसिडॉन पर चीनी पक्ष की ओर से बार-बार चेतावनी के बावजूद कम ऊंचाई पर लंबे समय तक चक्कर लगाया। उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी विमान का व्यवहार ऑपरेशन के इरादे से और अप्रमाणिक था, जिसने दोनों पक्षों के जहाजों, विमानों और चालक दल की सुरक्षा को गंभीर रूप से खतरे में डाल दिया।’
इधर, अमेरिकी नौसेना का आरोप है कि चीन के विमान से सेंसर द्वारा लेजर से हमला किया गया, जिसे नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता था। यह अंतरराष्ट्रीय समझौते का उल्लंखन है। अमेरिका का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अमेरिका ने चीन के साथ समझौता किया है। हालांकि, बीजिंग की ओर से उन प्रोटोकॉल का लगातार पालन नहीं किया है।
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