शहर की फिजा : दिन में एम्बुलेंस… रात को पुलिस का हूटर
देहरादून : हालांकि पुलिस विभाग नए डी जी पी के नेतृत्व में बड़ा चुस्त और दुरुस्त है पर देहरादून शहर के वासी व खासकर सीनियर सिटीजन बहुत परेशान है और कारण है रात को ठीक 12 बजे बाद से पुलिस के हूटर पूरे शहर में सुनाई देना ।
हालांकि यह पुलिस कि कार्यशैली व एस एस पी सहित सभी थानेदारों की बढ़िया कार्यशैली प्रदर्शित करता है और दर्शाता है और एस एस पी ने बहुत बेहतरीन तरीके से जिला संभाला हुआ भी है । अपराधी कांप रहे है क्राइम कंट्रोल है हालकि पुलिस चुस्त और दुरुस्त तरीक़ से मुस्तैद है और अपना कार्य बढ़िया ढ़ंग से कर रही है पर यही कार्य दिल्ली पुलिस भी करती है पर हूटर बजाने की बजाए शांत तरीके से । कोई अपराधी भाग रहा हो किसी गाड़ी का पीछा कर उसको रोकना हो तो जायज है ।
एक जमाने में एस एस पी आनंद कुमार ने हूटर प्रथा बंद की थी और अपनी कार की फ्लेश लाइट्स को दाए और बाए मुड़वा दिया था और रात भर घूमते थे और हिम्मत नहीं थी किसी अपराधी कि अपराध कर ले । हालांकि देश के प्रधान मंत्री जब मोदी बने तो उन्होंने लाल नीली बत्ती व हूटर प्रथा पर रोक लगाई थी पर यदा कदा अभी भी कुछ जगह ये प्रथा देखने को मिल जाती है ।
पिछले कुछ महीने पूर्व एक गाड़ी उठाने वाली पुलिस कार में एक कर्मचारी बड़ी बदतमीजी से सरे आम उत्तराखंड पुलिस की ब्रांडिंग करता था पर जब इसी चैनल द्वारा उनकी खबर को प्रसारित किया तो तत्कालीन एस एस पी ने तत्काल कुछ दिन के लिए उसको ऑफिस बैठा दिया था ।
बरहाल एक सीनियर सिटीजन ने हमसे अपनी बात रखी तो हमारा तो फ़र्ज़ है जनता की बात अधिकारियों और सरकार तक पहुंचाना क्यूंकि हम है वॉयस ऑफ नेशन ….जनता और देश की आवाज