बाजार बयां कर रहे हैं लापरवाही, मास्क सैनिटाइजर की कम हुई बिक्री!
बरेली,VON NEWS: कोविड संक्रमण आहिस्ता-आहिस्ता पांव पसार रहा है। लोग बेपरवाह हो रहे हैं। इसकी बानगी मिलती है दवा और सर्जिकल आइटम के थोक बाजारों में, जहां सैनिटाइजर और मास्क की खपत आधी रह गई है। बाजार, कार्यालय में भी लोग अब सैनिटाइज और मास्क का इस्तेमाल कम कर चुके हैं। दिल्ली, मध्य प्रदेश और राजस्थान में पिछले कुछ महीनों में कोविड के बिगड़े हालात से हमें सीख लेने की जरूरत है।
महीना सैनिटाइजर – मास्क – पल्स आक्सीमीटर
मार्च 50 20 01
अप्रैल 75 50 02
मई 80 60 02
जून 90 70 02
जुलाई 90 80 02
अगस्त 60 50 05
सितंबर 40 40 10
अक्टूबर 20 30 10
नवंबर 40 30 05
पल्स आक्सीमीटर अभी भी लोग इस्तेमाल कर रहे
केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक पल्स आक्सीमीटर की बिक्री बढ़ी है। मार्च, अप्रैल में एक और दो लाख रुपये की महीने में खपत होने के बाद सितंबर और अक्टूबर में हर महीने बाजार से 10 लाख रुपये के पल्स आक्सीमीटर बिक रहे थे। चूकि एक बार खरीदने के बाद दोबारा जरूरत नहीं पड़ती, इसलिए नवंबर में बिक्री आधी रह गई है। सितंबर और अक्टूबर में बिक्री इसलिए भी बढ़ी, क्योंकि ड्रग अथॉरिटी ने पल्स जांच अनिवार्य कर दी थी।
एन-95 की जगह कॉटन के मास्क ले रहे लोग
संक्रमण की शुुरूआत में एन-95 मास्क की मांग में उछाल था। इसलिए नकली मास्क भी बाजार में आ गए। अब एन-95 के स्थान पर लोग कॉटन मास्क की मांग कर रहे। यह दीगर है कि बाजार में लाेग मास्क लगाए दिखते नहीं है।