गेहूं की बिजाई के बाद खरपतवार नाशक के लिए भटक रहा किसान, जानिए

धर्मशाला,VON NEWS: जिला कांगड़ा में किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जबकि किसान अपने खेतों में गेहूं की बिजाई कर चुके हैं अौर अब खरपतवार के नाश के लिए नाशक का प्रयोग किसान को करना है। लेकिन किसान को खरपतवार नाशक नहीं मिल रहा है।

दरअसल कारण यह है कि पहले खरपतवार नाशकों की खरीद कृषि विभाग करता था अौर कृषि के विक्रय केंद्रों में अन्य दफ्तरों में खरपतवार नाशक किसानों को अासानी से व सस्ती दरों पर उपलब्ध हो जाते थे। लेकिन अब हालत यह है कि किसान को खरपतवार नाशक नहीं मिल पा रहे हैं, जिस कारण किसान परेशान हैं।

अधिक दाम वाले रसायनों के छिड़काव पर निर्भर

किसानों को जब कृषि विभाग में सस्ती दरों पर रसायन मिल जाते थे तो किसान पूरी तरह से कृषि विभाग पर निर्भर थे, लेकिन जैविक खेती की धूम में अब किसानों को कृषि विभाग में सस्ती दरों पर रसायन नहीं अा रहे। विभाग रसायन नहीं खरीद रहा है। एेसे में किसानों को रसायन बेचने वाले निजी दुकानदारों पर निर्भर रहना पड़ रहा है, जहां पर अधिक दाम वसूले जा रहे हैं। यह रसायन काफी महंगे अा रहे हैं।

पहले रसायन की तरफ ले गए खेती, अब रसायन ही नहीं हो रहा उपलब्ध

किसान अाहत हैं कि पहले उत्पादन वृद्धि के लिए कृषि विभाग ने ही खेतों में रसायन डालने के लिए प्रेरित किया। किसानों ने रसायन डाले, यूरिया डाला। अब जब रसायन नहीं डालेंगे तो खरपतवार से सारी फसल तबाह हो जाएगी। एेसे में जैविक में परिवर्तित होने में वक्त लगेगा।

जमीन को बदलने में भी समय लगेगा। जबकि अब रसायन महंगे दामों में बेच कर दुकानदार चांदी कूट रहे हैं। किसान वीर सिंह, पुरुषोत्‍तम, भोला राम, चैन राम अादि अाहत हैं कि उन्हें अब रसायन नहीं मिल रहा है जो मिल रहा है वह महंगा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button