कुंडली में शुक्र की स्थिति तय कराती है जीवन का वैभव, जानें

VON NEWS: कुंडली में शुक्र शुक्र की स्थिति से जातक की धन ऐश्वर्य और जीवन के सुखों का पता चलता है। इसे कुंडली के महत्वपूर्ण ग्रहों में जाना जाता है। कि आपकी कुंडली में शुक्र की स्थिति से आप अपने बारे में कैसे जान सकते है।

यदि शुक्र देव कुंडली में लग्न भाव पर है तो व्यक्ति कीर्तमान और तेजस्वी बनता है। शरीर स्वस्थ्य व निरोगी होता है। ऐसे व्यक्ति को नए कपड़े पहनने का शौकिन होता है और गायक, कला आदि का शौकिन होता है। उसके पास पर्याप्त मात्रा में आभूषण होते हैं। वह हर क्षेत्र में मान-सम्मान प्राप्त करता है और मृदु स्वभाव का होता है। वह अपना जीवन सुखमय व्यतीत करता है और मित्रों के साथ नई-नई योजनाओं पर काम करता है।

कुंडली में शुक्रदेव यदि धन भाव पर है तो व्यक्ति काफी अधिक धन प्राप्त करता है और जीवनसाथी से प्रेम और सम्मान प्राप्त करता है। ऐसे व्यक्ति को भव्य व सुंदर चीजों के प्रति जुड़ाव रहता है। वह मृदुभाषी के साथ-साथ बुद्धिमान होता है और कुल देवी को मान्यता देता है। दान-पुण्य के कार्य में गहरी रुचि रहती है और चारों तरफ उसका यश फैलता है। ऐसे व्यक्ति को हमेशा उत्तम और स्वादिष्ट भोजन मिलता है और संपन्न लोगों से रिश्ता जोड़ता है। वाहनों का काफी शौकिन होता है और अपने परिवार की हर जरूरत को पूरा करता है।

कुंडली में शुक्र अगर पराक्रम भाव पर है तो व्यक्ति का कारोबार विदेशों तक फैला रहता है और यात्रा करने का शौकिन होता है। आध्यात्मिक कार्यों में हमेशा मन लगता है और वह सोशल मीडिया के माध्यम से काफी धन अर्जित करता है। ऐसा व्यक्ति चित्रकार, गायक और विद्वान होता है। पढ़ने में काफी रुचि रहती है और भाग्यवान व संपन्न होता है। मित्रों के साथ हमेशा प्रसन्न रहता है और धन की कमी न होने के कारण अच्छा खासा खर्च भी करता है। हालांकि वैवाहिक जीवन में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

कुंडली में शुक्र अगर सुख भाव में स्थित हैं तो व्यक्ति भाई-बहन की मदद से पारिवारिक बिजनस को विदेशों में फैलाता है। बुद्धि और विद्या दोनों से धनी होता है और हमेशा आनंद में रहता है। स्वभाव से ऐसा व्यक्ति काफी परोपकारी होता है और माता-पिता की सेवा करता है। धार्मिक कार्यों में भी काफी रुचि रहती है और जीवनसाथी के साथ अच्छा समय व्यतीत करता है। अपने से ज्यादा हमेशा दूसरों के हितों को ऐसा व्यक्ति हमेशा पहले रखता है।

कुंडली में शुक्र अगर पंचम भाव में स्थित हैं तो व्यक्ति ईश्वर पर काफी विश्वास करता है और उदार स्वभाव का होता है। दान-पुण्य के कार्य में हमेशा आगे रहता है और सरकार द्वार सम्मान भी प्राप्त करता है। कन्या धन का मालिक बनता है और पुत्र की कामना करता है। ऐसे जातकों का व्यवहार कुशल व न्याय प्रिय होता है। लेकिन घर में इनका व्यवहार मुसाफिरों जैसा होता है। क्योंकि यह हमेशा अपने काम धंधे में खोए रहते हैं। ऐसे व्यक्ति को अचानक से प्रचूर मात्रा में धन प्राप्त होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button