आयुर्वेद पद्धति से करें थायराइड का इलाज,जानिए फायदा!
नई दिल्ली,VON NEWS: थायराइड एक ऐसी बीमारी है जिसका सबसे ज्यादा शिकार महिलाएं है। इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण है बदलता लाइफस्टाइल और खान-पान। देश का हर दसवा इंसान थायराइड की परेशानी का सामना कर रहा है। इस बीमारी की वजह से मरीज को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
अनिंद्रा, ज्यादा प्यास लगना, ज्यादा पसीना, हाथ कांपना, दिल का तेजी से धड़कना, कमजोरी एंव चिंता इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं। इस बीमारी के लक्षण शुरुआती स्तर पर जल्दी से मालूम नहीं हो पाते हैं। इस रोग में मरीज का वजन बढ़ने लगता है, हार्मोन गड़बड़ा जाते हैं। आप भी अगर थायराइड से परेशान है तो आज हम आपको इस बीमारी का आयुर्वेदिक इलाज बताते हैं जिसकी मदद से आप इस बीमारी पर काबू पा सकते है साथ ही वजन भी नियंत्रित रख सकते हैं।
गौमूत्र अर्क करेगा थायराइड को कंट्रोल
औषधिय गुणों से भरपूर गौमूत्र अर्क में पोटैशियम, मैग्नीशियम क्लोराइड, फॉस्फेट, अमोनिया, कैरोटिन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। ये शरीर के अंदर मौजूद बैक्टीरिया को मारने के साथ-साथ वजन कम करने, पेट संबंधी समस्या, दांत संबंधी समस्या का इलाज करता है। थायराइड के मरीज रोजाना खाली पेट एक चम्मच गौमूत्र अर्क को एक गिलास पानी में मिलाकर पीएं।
सौंठ, काली मिर्च और छोटी पिपली से मिलकर बना त्रिकुटा चूर्ण पेट संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने के साथ थायराइड रोगियों के लिए काफी फायदेमंद है।
एलोवेरा और आंवला का जूस थायराइड की समस्या से निजात दिलाने में बेहद असरदार है। थायराइड के मरीज रोजाना सुबह खाली पेट एलोवेरा और आंवला जूस का सेवन करें।
लौकी में कार्बोहाइड्रेट, आयरन, विटामिन-बी व मिनरल्स पाए जाते हैं जो थायराइड पर काबू पाने में बेहद असरदार है। सर्दियों के मौसम में रोजाना सुबह लौकी का सूप पिएं।
त्रिफला थायराइड के मरीजों के लिए बेहद असरदार है। आप बाजार से तैयार त्रिफला चर्ण खरीद सकते हैं वरना आप घर में ही हरण, बहेड़ा, आंवला को समान मात्रा में लेकर इमामदस्ता में कूट कर त्रिफला का चूर्ण तैयार कर सकते हैं।
मेथीदाना का उपयोग आप थायराइड से निजात पाने के लिए भी कर सकते है। मेथी दाने का सेवन आप खाने में भी कर सकते है या पानी के साथ भी उसका सेवन कर सकते है।