100 रुपये किलो तक बिक रहे प्‍याज के दाम जल्‍द हो सकते हैं कम, जानिए-

नई दिल्‍ली,VON NEWS: महंगी प्‍याज के आंसू रो रहे, लोगों के लिए अच्‍छी खबर है। प्‍याज के दामों में जल्‍द गिरावट आ सकती है। सहकारी संस्‍था राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NAFED) ने बताया कि 15,000 टन आयातित प्याज की आपूर्ति के लिए आदेश जारी किए हैं। बता दें कि देश के कई राज्‍यों में इस समय प्‍याज 80 से 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है। देश की राजधानी में भी 60 रुपये प्रति किलोग्राम प्‍याज बिक रहा है। दरअसल, कई राज्‍यों में प्‍याज की फसल खराब होने के कारण देश में प्‍याज की किल्‍लत महसूस की जा रही है।

प्‍याज को लेकर देश में राजनीति भी होती रही है। इसलिए सरकारें प्‍याज के मामले में काफी सर्तक रहती हैं। नेफेड ने बताया कि 15,000 टन आयातित प्याज से घरेलू बाजार में उपलब्धता बढ़ेगी। बाजार में प्‍याज पहुंचने से इसकी कीमतें काबू में आ जाएंगी। बताया जा रहा है कि आयातित प्याज को बंदरगाह शहरों से वितरित किया जाएगा।

इस बारे में सभी राज्‍य राज्य सरकारों से पूछा गया है कि उन्हें कितनी मात्रा में प्याज चाहिए। नेफेड ने आयातित प्याज की अतिरिक्त आपूर्ति के लिए नियमित निविदा जारी करने की योजना बनाई है। ऐसे में प्‍याज की कीमतों का कम होना तय माना जा रहा है।

पिछले साल भी प्‍याज की किल्‍लत होने के कारण अफगानिस्‍तान से प्‍याज का आयात किया गया था। लेकिन इस प्‍याज का आकार काफी बड़ा था, इसलिए लोगों ने इसे कुछ खास पसंद नहीं किया था। हालांकि, इस बार इसका खास ध्‍यान रखा गया है। नेफेड के मुताबिक, इस बार प्याज की गुणवत्ता और आकार पर खासतौर से ध्‍यान रखा जा रहा है। भारत में आमतौर पर मध्यम आकार के प्याज को पसंद किया जाता है, जबकि विदेशी प्याज आकार में 80 मिमी तक बड़े होते हैं।

उल्‍लेखनीय है कि कई राज्‍यों में बारिश के कारण प्‍याज की फसल खराब हो गई थी, जिसके बाद दाम बढ़ने शुरू हो गए थे। हालांकि, इसके बाद कर्नाटक, राजस्थान, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से रबी के पुराने स्टॉक और खरीफ के नए स्टॉक की आवक से प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगा है। संस्‍था को अब उम्मीद है कि सरकार के कुछ फैसलों के कारण अब मंडी में प्‍याज ज्‍यादा उपलब्‍ध होगी, जिससे दाम में कमी आएगी। वैसे बता दें कि देश के कुछ हिस्सों में प्याज की खुदरा कीमतें 80-100 रुपये प्रति किलोग्राम तक हैं।

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