इबोला पर जीत पाने वाले डॉक्टर को क्यों है कोरोना का डर ?
VON NEWS: चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस दुनिया में 14,53,804 लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है। कोरोना ने अपना कहर इस कदर बरपाया है कि दुनिया में 90,000 के करीब लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। चीन के बाद कोरोना ने अमेरिका, इटली, स्पेन और फ्रांस जैसे देशों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है।

कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए अलग से इमरजेंसी कमरे बनाए गए हैं, वहां कई ऐसे मरीज हैं जो पहले से बहुत बीमार हैं और उनके मुंह में नली लगाई गई है। कई बुजुर्ग मरीज भी रहते हैं जो वेंटिलेटर के सहारे जिंदा रहते हैं। अमेरिका के डॉक्टर्स ने इमरजेंसी रूम या फिर इंटेंसिव केयर में ऐसी स्थिति के बारे में कभी नहीं सोचा था जैसा कोरोना महामारी फैलने के बाद हो गया है।
डॉ स्पेन्सर बताते हैं कि अस्पताल से घर जाना अपने आप में बड़ा काम है। अस्पताल में शिफ्ट खत्म होने के बाद डॉक्टर स्पेन्सर अपने हाथों को धोकर सैनिटाइज करते हैं। मेरे साथ मेरा जो भी सामान चाहे वो पर्स, बैग या मेरा आला हो घर आने से पहले उन्हें अच्छे धोया जाता है। अस्पताल में पहने जूते और कोट घर के बाहर एक डब्बे में रखे जाते हैं और कमीज और पेंट दरवाजे के आगे ही रख दी जाती है। घर जाने के बाद भी मुझे अपने बच्चों से अलग रहना पड़ता है और उनकी बेटी पूरे दिन उन्हें नहीं देख पाती है, ये काफी दुखदायी है।
डॉ स्पेन्सर कहते हैं कि इबोला निश्चित तौर पर भयंकर था, इबोला से कुल संक्रमित लोगों में से आधे लोगों की जान गई थी। हमारी टीम जानती थी कि इबोला से सबकी जान को खतरा हो सकता है। शायद इसलिए कई डॉक्टर्स ने कोरोना से लड़ने की जिम्मेदारी नहीं ली। 24 मार्च को डॉ स्पेन्सर ने इमरजेंसी रूम में होने वाली गतिविधियों को ट्वीट के जरिए बताने का फैसला किया। डॉक्टर को लगा कि आम जनता तक ये सच्चाई पहुंचनी चाहिए कि कोरोना से लड़ना इतना आसान नहीं है इसलिए कोरोना को गंभीरता से लिया जाए।
VOICE OF NATION NEWS प्रदेश में ही नही देश में भी प्रतिष्ठित होती मीडियापोर्टल की हिंदी व अंग्रेजी वेबसाइट है तथा उत्तराखंड सरकार से मान्यता प्राप्त है । आपकी खबर हमारे news channel पर भी प्रसारित की जाती है www.voiceofnationnews.com में हमें आपकी राय और सुझावों की जरुरत हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें voiceofnation18@gmail.com या vonnews8@gmail.com पर भेज सकते हैं या हमारे व्हाटसप नंबर 7579193109 ( मुख्य संपादक श्री मनीष वर्मा जी ) पर भी संपर्क कर सकते हैं।
यह भी पढ़े:
नेपाल के रास्ते भारत में कोरोना वायरस फैलाने की साजिश !