उत्तराखंड रक्षा मोर्चा ने जारी किया अपना घोषणा पत्र।
देहरादून यहां प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में उत्तराखँड रक्षा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डा.वी. के. बहुगुणा ने कहा कि उत्तराखंड में चाहे कांग्रेस हो या भाजपा या बसपा राज्य में लगभग सभी राष्ट्रीय पार्टियाँ उत्तराखंड का विकास करने में अपनी नकारात्मक सोच एवं तुच्छ विचाराधारा के चलते और अनुभव हीन लोगो को सत्ता की चाबी देकर बिखर चुकी हैं जिसका उदाहरण यही विधान सभा के चुनाव है जिसमे भाजपा का पूर्व प्रत्याशी कांग्रेस में और कांग्रेस का भाजपा से चुनाव लड़ रहा है और जनता अब सब समझ चुकी है और इस चुनाव में राष्ट्रीय दलों को मजा चखाएगी ।
प्रेस वार्ता में उत्तराखंड राष्ट्रीय मोर्चा के अध्यक्ष डा वी के बहुगुणा ने अपना चुनावी घोषणा पत्र भी जारी किया ।
इस अवसर पर उत्तराखंड रक्षा मोर्चा के धर्मपुर से प्रत्याशी सुंदर थपलियाल और ऋषिकेश की प्रत्याशी बबली देवी ने कहा कि रक्षा मोर्चा ने विधान सभा चुनावों में भागीदारी चार सीटों पर की है तथा मोर्चा की प्रमुख मुद्दों में उत्तराखंड में भू कानून लागू करना , पलायन को रोकने हेतु आँन्दोलन किया जाएगा, राज्य में इंडस्ट्री हो या सरकारी सेवाओं में स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जाना चाहियेबौर स्वतंत्रता संग्राम के आश्रितों सहित राज्य में प्रति परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी में लिया जाना चाहिए , मोर्चा उत्तराखंड का अपना दल है और राज्य के विकास और हितों के लिए सदैव काम करेगा ।
आने वाले समय में संपूर्ण प्रदेश में मोर्चा का गठन ब्लाक स्तर तक करके अगला चुनाव 70 सीटों पर लड़ा जाएगा ।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन वाली सरकार ने इस राज्य को 3 अनुभव हीन मुख्यमंत्री दिए और विकास के नाम पर पेट्रोल ,डीजल, गैस ,सब्जी ,राशन के दाम आसमान को छू रहे है तथा कोरोना काल में भी पलायन को रोक पाने में सरकार असफल रही है ।
वर्तमान सरकार में पूरे राज्य में शराब की फैक्ट्रियों के लाइसेंस बांट दिए है और खनन तक ही सरकार सीमित रह गई और रोजगारनके अवसर सृजित नहीं किए गए । राज्य की विधान सभा और लोकसभा का परिसीमन गलत हुआ है और इसे दुबारा किया जाना चाहिए ।
घोषणा पत्र में किसानों ,पूर्व सैनिकों और राज्य की जनता के उत्थान के लिए कई योजनाओं का जिक्र किया गया है ।
राज्य की औद्योगिक नीति में सुधार के साथ ही बॉर्डर राज्य में महिला कानून और महिला सशक्तिकरण पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है तथा राज्य में विधान परिषद का गठन होना चाहिए ।
पत्रकार वार्ता में उत्तराखंड रक्षा मोर्चा के पदाधिकारी एवं प्रत्याशियों ने अपने अपने विचार रखे ।