अंधविश्वास के कारण भड़की भीड़ ने अधेड़ को पीट-पीटकर मार डाला;
जगदलपुर VON NEWS : . बस्तर जिले के चारगांव में “अंधविश्वास” के कारण भड़की भीड़ ने गांव के ही एक अधेड़ की पीट-पीटकर हत्या कर दी। शनिवार की रात मॉब लिंचिंग की घटना उस वक्त हुई, जब सिरहा (बैगा) के भड़काने के बाद नाराज लोगों ने गांव के ही निवासी मनचीत (53 वर्ष) को जादू-टोना करने का दोषी मान लिया। हत्यारोपियों में शामिल 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि कई फरार लोगों की तलाश हो रही है। भानपुरी थाना क्षेत्र के चारगांव में पिछले कुछ दिनों से लोगों की मौत हो रही थी।
शनिवार को भी एक परिवार के 2 लोगों की मौत हो गई। इस परिवार के अन्य सदस्य ने गांव के सिरहा गारगा से मौत का कारण पूछा तो उसने मनचीत का नाम लेते हुए मौतों के पीछे उसका हाथ बताया। गारगा ने कहा कि मनचीत जादू-टोना करता है और लोगों की जान ले रहा है। सिरहा की यह बात थोड़े ही देर में पूरे गांव में फैल गई और रात होते-होते भीड़ जमा हो गई। इसके बाद भीड़ मनचीत के घर की ओर बढ़ी, यहां उसके मिलते ही गांव वालों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। भीड़ ने इतने लात घूंसे बरसाये कि मनचीत की मौत हो गई। गांव में तनाव की खबर के बाद मौके पर पुलिस पहुंची। इसके बाद शव बरामद कर कार्रवाई शुरू की गई। भानपुरी टीआई कामेश्वर चौहान ने बताया कि अभी 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिन्हें गिरफ्तार किया गया है उनके नाम मंगिया, जयनाथ, लखेश्वर, सुकु, रामलाल, सोनू, सहादेव, फूलनाथ, खैलू, सुकमन है।
गांव में जो मौत, उसकी वजह “स्वाभाविक“
इधर गांव में शनिवार को जिन 2 लोगों की मौत हुई और इससे पहले भी जिन्होंने दम तोड़ा था पुलिस उनके मौत के कारणों को भी ढूंढ़ रही है। पुलिस का कहना है कि अभी पहली जांच में जो जानकारी सामने आई है, उसमें यह पता चला कि में मौत का कारण स्वाभाविक था। कोई अधिक उम्र तो कोई बीमारी से मरा था।
सिरहा के साथ“गांव“ छोड़कर भागे कई लोग
इधर, गांव वालों को जिस सिरहा गारगा ने जादू टोना से लोगों को मारने वाली कहानी बताई थी वह फरार है। उसके खिलाफ हत्या के लिए उकसाने, अंधविश्वास फैलाने जैसी धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। हत्या के बाद से पूरे गांव में सन्नाटा है। कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है तो कुछ गांव छोड़कर भाग गए हैं।
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