आपदा में मेरठ के दस कर्मचारी लापता, 18 किमी ऊपर टॉवर लगाने का कर रहे थे काम
मेरठ,VON NEWS: उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से आए सैलाब मेरठ के दस लोग लापता हैं। यह सभी तपोवन से करीब 18 किमी उपर सरायसोटा में मोबाइल टावर लगाने का कार्य कर रहे थे। सभी कर्मचारी जियो टावर में इलेक्ट्रिकल संबंधी कार्य कर रहे थे। पिछले चार माह से सरायसोटा में टावर का कार्य चल रहा था।
स्वजनों से कर्मचारियों की अंतिम बात रविवार सुबह दस बजे हुई थी। जिसके बाद से सभी के मोबाइल नंबर बंद और नेटवर्क एरिया से बाहर हैं। स्वजनों ने उत्तराखंड सरकार के जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर पूरी जानकारी नोट कराई है। लेकिन अभी तक किसी के बारे में भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
कसेरूखेड़ा खटकाना पुल के आजाद नगर मोहल्ला निवासी सौरभ प्रजापति ने बताया कि वह जियो कंपनी के अंतर्गत टावर लगाने का कार्य करते हैं। मेरठ से दस लोग उत्तराखंड के तपोवन में 18 किमी उपर सरायसोटा में टावर लगाने का कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस कार्य में उनका साला रोहित प्रजापति (22) पुत्र जगबीर प्रजापति के अलावा प्रदीप (24) पुत्र लक्ष्मण, बालकराम (25) पुत्र शेर सिंह व सुभाष (41) सभी निवासी कसेरूखेडा और परतापुर समेत दस लोग गए हुए थे। चार फरवरी को मेरठ से रवाना होने के बाद सभी लोग 6 फरवरी को उत्तराखंड पहुंच गए थे। सौरभ ने बताया कि जियो ने एचएफसीएल को काम करने की जिम्मेदारी दे रखी है और एचएफसीएल ने उन्हें काम सौंप रखा है।