कृषि कानून के विरोध में जहर खाने वाले पंजाब के किसान की मौत,पढ़े पूरा मामला
VON NEWS: कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर देर रात आत्महत्या की कोशिश करने वाले पंजाब के किसान की मंगलवार सुबह मौत हो गई। पचास साल के किसान लाभ सिंह लुधियाना के रहने वाले थे।
सोमवार शाम को लाभ सिंह ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था। लुधियाना के गांव सरथला निवासी लाभ सिंह कई दिन से धरना स्थल पर ही थे। उन्हें सोनीपत के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर अभी तक 11 किसान जान गंवा चुके हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भिजवा दिया है।
धरने पर तीसरे किसान ने निगला जहर
कुंडली धरना स्थल पर अब तक तीन किसान जहर खा चुके हैं। जिसमें 9 जनवरी को अमरिंदर की मौत हो गई थी। वहीं पंजाब के जिला तरनतारन के गांव पटलपाई के किसान निरंजन (65) ने 21 दिसंबर को दोपहर को धरना स्थल पर सल्फास खा लिया था। उन्हें अस्पताल में उपचार दिलाकर बचा लिया था। अब लाभ सिंह की मौत हो गई।
वहीं टीकरी बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन में अब तक 16 की जान जा चुकी है। जिनमें 11 की मौत हार्ट अटैक या दूसरी बीमारी से, तीन की अलग-अलग दुर्घटनाओं में और एक की मौत अन्य कारण से हुई। जबकि एक आंदोलनकारी वकील ने सल्फास खाकर खुदकुशी कर ली थी।