प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में पीएम मोदी बोले- पढ़े पूरी खबर

नई दिल्ली,VON NEWS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित कर रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि दुनिया भर के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोगों का मन मां भारती से जुड़ा हुआ है।

-मोदी बोले- शांति का समय हो या संघर्ष का, भारतीयों ने डट कर मुकाबला किया है। औपनिवेशिक चुनौती से लेकर आंतकवाद तक हर मोर्चे पर भारत ने दृढ़ता से कार्य किया है। हमनें दिखाया है नवीकरणीय ऊर्जा के मामले में विकासशील देश भी नेतृत्व कर सकता है।

मोदी ने कहा, ‘बीते वर्ष में प्रवासी भारतीयों ने हर क्षेत्र में अपनी पहचान को मजबूत किया है। विभिन्न देशों के राज्य प्रमुख यह बताते हैं कि वहां रहने वाले प्रवासी भारतीयों ने कठिन समय में कितना बेहतरीन काम किया है। आप सभी ने भारत में भी स्वास्थ्य अधोसंरचना को विकसित करने में सहयोग दिया है।’

-पीएम मोदी बोले- इस कोरोनाकाल में विदेशों में रहने वाले कई भारतीय भाई-बहनों ने अपना जीवन खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है।

-पीएम मोदी ने कहा, सामाजिक और राजनीतिक नेतृत्व के लिए भारतीय मूल के साथियों पर भरोसा और मजबूत हो रहा है।

-प्रधानमंत्री ने कहा, क्विज प्रतियोगता के विजेताओं को मैं बधाई देता हूं एवं उनसे आग्रह करता हूँ कि आप ये प्रयत्न कीजिए कि इस प्रतियोगिता से अगले साल दस लोग और जुड़ें।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया था, ‘कल नौ जनवरी को सुबह 10:30 बजे प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करूंगा। यह हमारे जीवंत प्रवासी लोगों के साथ बातचीत करने का एक शानदार अवसर है।’ वहीं, आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कोरोना महामारी के बावजूद प्रवासी समुदाय की भावनाओं को देखते हुए 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।

वहीं, शुक्रवार को पीएम मोदी ने कहा था कि दूसरे देशों में बस चुके भारतीय मूल के लोगों के साथ बातचीत करने का यह शानदार अवसर होगा। बता दें कि यह आयोजन वर्चुअल होगा और इसका विषय है ‘आत्मनिर्भर भारत में योगदान।’

क्यों 9 जनवरी को मनाया जाता है प्रवासी भारतीय दिवस

प्रवासी भारतीय दिवस हर दो साल में एक बार मनाया जाता है, जिसके माध्यम से विदेशी भारतीयों के साथ जुड़ने सरल रहता है। इस अवसर को 9 जनवरी को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1915 में इसी दिन महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे।

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