राष्ट्रीय वन अकादमी अनिश्चितकाल के लिए बंद
देहरादून,VON NEWS: भारतीय वन सेवा में चयन के बाद प्रशिक्षु आइएफएस अधिकारियों को प्रशिक्षण देने वाली इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी (आइजीएनएफए) को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। यहां के एक प्रशिक्षु आइएफएस अधिकारी में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद यह निर्णय लिया गया है। यह प्रशिक्षु अधिकारी उस दल का हिस्सा थे, जो हाल ही में स्पेन, फिनलैंड, रूस आदि देशों का दौरा कर लौटे हैं।
दौरे में शामिल पांच प्रशिक्षु अधिकारियों को अकादमी के न्यू हॉस्टल में बनाए गए आइसोलेशन जोन में रखा गया है, जबकि 22 से अधिक प्रशिक्षु, फैकल्टी सदस्य व अन्य स्टाफ हॉस्टल के ही अलग-अलग ब्लॉक में सेल्फ क्वारंटाइन में रह रहे हैं। वहीं, अकादमी के निदेशक भी एहतियात के तौर पर सेल्फ क्वारंटाइन का हिस्सा बन गए हैं।
बीते रविवार को अकादमी के प्रशिक्षु आइएफएस अधिकारी में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से अकादमी के समूचे स्टाफ में भय का माहौल पैदा हो गया था। इसके बाद सोमवार को कुछ स्टाफ जरूर अकादमी में काम करने पहुंचा, मगर अधिकतर ने संक्रमण की पुष्टि होने के बाद से ही दूरी बना ली थी। इस स्थिति को देखते हुए मंगलवार को अकादमी कार्यालय पूरी तरह बंद रहा।
हालांकि, कार्यालय बंद करने को लेकर कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है। इसकी बड़ी वजह यह है कि निदेशक स्वयं सेल्फ क्वारंटाइन में हैं। लिहाजा, इतना कहते हुए कार्मिकों को कार्यालय आने से मना किया गया है कि जरूरत पड़ी तो उन्हें काम के लिए बुला लिया जाएगा।
300 कार्मिकों में से चार केयर टेकर तैनात
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में फैकल्टी मेंबर, अन्य कार्मिक व आउटसोर्स के कार्मिकों को मिलाकर करीब 300 कार्मिक तैनात हैं। हालांकि, कार्यालय बंद करने के निर्णय के बाद अब यहां पर सिर्फ चार केयर टेकर श्रेणी के कार्मिक ही नजर आ रहे हैं। ये कार्मिक भी मास्क व सेनिटाइजर आदि के उपायों के साथ ड्यूटी दे रहे हैं। किसी भी बाहरी व्यक्ति को अकादमी परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा।
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