3 फरवरी 2021 को माघ माह,बुधवार, कृष्ण पक्ष,जानिए
VON NEWS: आज 3 फरवरी 2021 को माघ माह,बुधवार, कृष्ण पक्ष षष्ठी तिथि 02.12 मिनिट तक फिर सप्तमी तिथि शुरू होगी। सूर्योदय प्रातः 07:08 तथा सूर्यास्त साय
06:02चन्द्रोदय 11:50चन्द्रास्त अगले दिन 10:52 मिनिट तक होगा आज चित्रा नक्षत्र के साथ विष्टि करन अर्थात भद्रा( बकरी) के स्वभाव की तरहआज के दिन का स्वभाव होगा। चन्द्रमाकन्या से तुला राशि में संचार करेगा। ब्रह्म मुहूर्त प्रातः05:23 से 06:15 तक आज शुभ अभिजीत मुहुर्त नही है राहुकाल12:35 से 01:57 तक विजय मुहुर्त 02:24 से 03:08 बजे तक है। आज रवि योग है लेकिन पूरा दिन भद्रा रहेंगी इसका मनुष्य योनि में बहुत महत्व है। भद्रा भगवान शनिदेव की बहन और सूर्य देव की पुत्री हैं। यह बहुत सुंदर थी लेकिन इनका स्वभाव काफी कठोर था। उनके उस स्वभाव को सामान्य रूप से नियंत्रित करने हेतु उन्हें पंचांग के एक प्रमुख अंग विष्टि करण के रूप में मान्यता दी गई। जब कभी भी किसी शुभ तथा मांगलिक कार्य के लिए शुभ मुहूर्त देखा जाता है तो उसमें भद्रा का विचार विशेष रूप से किया जाता है और भद्रा का समय त्यागकर अन्य मुहूर्त में ही कोई शुभ कार्य किया जाता है।
लेकिन यह देखा गया है कि भद्रा सदैव ही अशुभ नहीं होती बल्कि कुछ विशेष प्रकार के कार्यों में इसका वास अच्छे परिणाम भी देता है।पौराणिक ग्रथ मुहुर्त्त चिन्तामणि के अनुसार भद्रा का वास जिस लोक में भी होता है वहां भद्रा का विशेष रूप से प्रभाव माना जाता है। ऐसी स्थिति में जब चंद्रमा कर्क राशि, सिंह राशि, कुंभ राशि और मीन राशि में होगा तो भद्रा का वास भूलोक में होने से भद्रा सम्मुख होगी और पूर्ण रूप से पृथ्वी लोक पर अपना प्रभाव दिखाएगी। यही अवधि पृथ्वी लोक पर किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए वर्जित मानी जाती है, क्योंकि ऐसे में किए गए कार्य या तो पूर्ण नहीं होते या उनके पूर्ण होने में बहुत अधिक विलंब और रुकावटें आती हैं।भद्रा को प्राय सभी शुभ और मांगलिक कार्यों में त्याज्य माना जाता है और जब भी भद्रा लग रही होती है तो उस समय शुभ कार्य संपादित नहीं किए जाते है