एक की बात मानी तो दूसरा हो जाएगा नाराज
देहरादून, VON NEWS: आजकल सरकार की छीछालेदर मची हुई है। प्रदेश सरकार का चारों ओर से विरोध किया जा रहा है। एक तरफ पदोन्नति में आरक्षण के विरुद्ध जनरल एवं ओबीसी कर्मचारी हड़ताल पर चल रहे वहीं दूसरी तरफ एससी-एसटी कर्मचारी आरक्षण के समर्थन में हड़ताल की तैयारी में हैं। इस वजह से कर्मचारियों के बीच तनातनी गुजरे कईं दिनों से जारी है, लेकिन प्रदेश सरकार चुप्पी साधे हुए। चारों तरफ हाय-हाय मची है व सुबह से शाम तक सरकार व मुख्यमंत्री को कोसा जा रहा है। कोरोना का कहर सिर पर है लेकिन साहब की यह चुप्पी टूट नहीं रही। आखिर साहब भी क्या करें, कमरे के अंदर बैठकर विरोध झेलना उनकी आदत में जो शुमार हो गया है। मजबूर हैं, उन्हें खौफ है कि एक की बात मानी तो दूसरा नाराज हो जाएगा और दूसरे की मानी तो चुनाव में वोटबैंक बिगड़ जाएगा। इसलिए चुप रहने में ही भलाई समझ रहे।
शहर की गलियां दिनोंदिन संकरी होती जा रही हैं। बिना नक्शे के धड़ल्ले से दुकान या घर बनाए जा रहे। ऐसे में यदि किसी मकान में आग लग जाए तो अग्निशमन वाहन इन गलियों से होकर कैसे पहुंच पाएंगे, ये कोई नहीं सोच रहा। अभी कुछ दिन पूर्व ही एक कपड़े की दुकान में डिस्पेंसरी रोड पर आग लग गई। भीषण आग में दमकल वाहन को पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, मगर लोग तब भी नहीं सुधर रहे। मकान निर्माण के दौरान निर्धारित चौड़ाई तक न तो सड़क छोड़ी जा रही बल्कि लोग सड़क की जमीन भी कब्जा करने की फिराक में रहते हैं। इस वजह से आने वाले दिनों में खामियाजा भी उन्हें ही भुगतना पड़ेगा, यह उनकी समझ में नहीं आ रहा। शहर में पलटन बाजार समेत धामावाला, मोती बाजार, मन्नूगंज, कालिका माता मंदिर मार्ग आदि की तो कमोबेश यही स्थिति है।
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