दांतों में दर्द है या फिर मसूड़ों से खून आता है तो इन देसी नुस्खो से करें उपचार..
नई दिल्ली,VON NEWS:बदलते लाइफस्टाइल के साथ ही हमारा खान-पान भी बदल गया है। दांतों की समस्याएं भी बदलते खान-पान और लाइफस्टाइल की वजह से पन रही है। खाना खाकर कुल्ला नहीं करना, या मीठा खाकर दांतों को साफ नहीं करने की वजह से दांतों में कीड़ा लग सकता है या फिर दांतों में कैविटी हो सकती है। दांतों में छोटी-छोटी परेशानियां दर्द का कारण बन जाती है जो बेहद तकलीफ देती हैं। हर इंसान को ये दर्द कभी ना कभी जरूर परेशान करता है। दांतों की ये परेशानियां अक्सर बच्चों और बुजुर्गों में ज्यादा देखने को मिलती हैं। बच्चों में ज्यादा चॉकलेट, आइस्क्रीम खाने के कारण दांतों में कीड़ें लग जाते हैं, जिसके कारण दांतों का दर्द उन्हें परेशान करता रहता है। बुजुर्गो में उम्र बढ़ने के साथ दांत कमजोर होकर टूट जाते हैं जिसकी वजह से दांतों की सफाई नहीं हो पाती, और दांतों में कीड़े लग जाते हैं।
पानी को गुनगुना कर लें और उसमें थोड़ा सा नमक डाल दें। इसके बाद मुंह में लेकर गरारा करें। दांतों को सही सलामत रखने के लिए यह सबसे आसान और उत्तम तरीका है। नमक का पानी नेचुरल डिसइंफ्कटेंड है, जो दांतों के बीच में जितने भी तरह के कण फंसे हो सबको निकला देता है। इससे भी बड़ी बात यह है कि मुंह के अंदर किसी भी प्रकार की सूजन, छाले इत्यादि को भी खत्म कर देता है।
दांतों के मसूढ़ों में यदि दर्द हो तो पिपरमेंट टी बैग जबर्दस्त काम करता है। थोड़े से गर्म पिपरमिंट टी बैग को प्रभावित जगह पर लगाएं, तुरंत आराम और सुकून मिलेगा। अगर आपको गर्म नहीं पसंद है तो थोड़ी देर इसे फ्रीजर में रखें और ठंडे पिपरमिंट टी बैग को मसूढ़ों के अंदर रखें। तुरंत आराम मिलेगा।
लौंग में कई प्रकार के गुण पाए जाते हैं। यह ऐंटी-इन्फ़्लैमेटरी, ऐंटी-बैक्टीरियल और ऐंटी-ऑक्सिडेंट होता है। यह दांतों में किसी भी प्रकार के इंफेक्शन को खत्म करने में सहायक है। जो दांत ज्यादा प्रभावित है उस दांत के बीच में लौंग को दबाकर रखें या फिर लौंग के तेल को कॉटन बॉल में रखकर उसे दर्द दे रहे दांत पर रखें। कुछ ही मिनटों बाद दर्द कम होने लगेगा।
अमरूद के पत्तों में भी दांत को स्वस्थ्य रखने का गुण पाया जाता है। यह दांतों को मज़बूत करने में सहायक है। अमरूद का पत्ता दांतों का दर्द भी कम होता है। जब तेज़ दर्द परेशान करे, तो अमरूद के तीन-चार पत्तों को अच्छी तरह साफ़ करके पानी में नमक के साथ डालें और 5 मिनट उबालें। इस उबले पानी को छानकर दिन में दो बार कुल्ला करें। दर्द कुछ ही घंटों में ग़ायब हो जाएगा।