किडनी में स्टोन है तो इन चीजों से करें परहेज, जानिए
नई दिल्ली,VON NEWS: बदलता लाइफस्टाइल, खाने की गलत आदतें या साफ चीजों का सेवन नहीं करने से किडनी में स्टोन हो सकता है। किडनी में स्टोन को नेफ्रोलिथिआरीस भी कहते है। ये स्टोन गुर्दे या फिर पेशाब की जगह कहीं भी हो सकता है। एक छोटा स्टोन बिना लक्षण के पेशाब के जरिए बाहर निकल जाता है, लेकिन अगर पथरी 5 एमएम से ज्यादा की हो तो यह यूरीन डिस्चार्ज करने में रुकावट पैदा करती है, जिसकी वजह से दर्द और उल्टी जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते है। इस परेशानी से पीड़ित इंसान को ना सिर्फ इलाज की जरूरत होती है बल्कि अपनी डाइट को सोच समझकर लेने की भी जरूरत होती है। आइए हम आपको बताते है कि कौन से ऐसे फूड हैं जिन्हें किडनी स्टोन होने के बाद बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए।
किडनी स्टोन से पीड़ित मरीज़ को पालक से बिल्कुल परहेज करना चाहिए। ऐसे लोगों के लिए पालक नुकसानदायक हो सकता है। पालक में ऑक्सलेट होता है जो रक्त के कैल्शियम को जमा कर लेता है जिससे किडनी उसे फिल्टर नहीं कर पाती। इस कारण वो यूरीन के माध्यम से शरीर से बाहर नहीं निकल पाती।
प्रोटीन का ज्यादा सेवन नहीं करें:
चिकन, मछली और रेड मीट जैसे फूड्स में यूरिक एसिड बहुत ज्यादा पाया जाता है, किडनी स्टोन से पीड़ित इंसान के लिए इन सभी चीजों का सेवन करना हानिकारक हो सकता है। ज्यादा एनिमल प्रोटीन लेने से यूरीन में सिट्रेट नाम के केमिकल की मात्रा कम हो जाती है जिससे पथरी होने का आसार बढ़ जाता है। आप मांस मछली की जगह पौधे से मिलने वाले प्रोटीन जैसे ग्रीन योगर्ट या डेयरी प्रोडक्ट का सेवन कर सकते हैं।
अगर आपको किडनी में स्टोन की शिकायत है तो आप चॉकलेट से परहेज करें। चॉकलेट में ऑक्सलेट होता है जो पथरी के आकार को और बड़ा कर देता है, जिससे समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। ऐसे मरीजों को चाय, नमक और टमाटर का सेवन कम करना चाहिए। पथरी होने पर ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए और कोल्ड ड्रिंग पीने से बचना चाहिए।
अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन नहीं करें:
जंक फूड, डिब्बा बंद खाना और नमक के बहुत अधिक सेवन से बचें। सोडियम की अधिक मात्रा आपके लिए परेशानी पैदा कर सकती है। टमाटर के बीज, बैंगन के बीज, कच्चा चावल, उड़द और चने का अधिक सेवन करने से स्टोन की समस्या बढ़ जाती है, इसलिए इसका सेवन नहीं कीजिए।
अधिक से अधिक पानी पिएं और कोल्ड ड्रिंक का सेवन न करें, इसमें मौजूद फॉस्फोरिक एसिड स्टोन के खतरे को और बढ़ा सकता है।