आपका बच्चा न बने आलसी और हो जाए बुद्धिमान, घर में ही कर सकते हैं कुछ उपाय,जाने
आगरा,VON NEWS: सभी माता-पिता की चाहत होती है कि उनकी संतान योग्य और समृद्ध बने। वह आलसी न हो, बुद्धिमान बने। पढ़ाई लिखाई का मामला हो या खेलकूद, हर क्षेत्र में अव्वल रहे। उनका नाम रोशन करे। जिंदगी में जो कुछ वे हासिल न कर सके, वह उनका बेटा या बेटी हासिल करे। जब कभी बच्चे का पढ़ने में मन नहीं लगता देखते तो विचलित हो जाते हैं। वैसे भी वर्तमान दौर में नंबर की होड़ है।
सेकेंड डिवीजन क्या अब फर्स्ट डिवीजन पर भी संतोष नहीं हो रहा। सभी को ये चाहिए कि कोई भी परीक्षा हो, उनका बच्चा 99 फीसद से अधिक मार्क्स हासिल करे। ये अपेक्षाएं पूरी नहीं होती तो खुद को भी निराशा होती है। यहां कुछ खुद में भी बदलाव करना होगा। हर बच्चे की अपनी खासियत होती है, वह दूसरे में नहीं हो सकती। इसलिए अपने बच्चे की तुलना किसी दूसरे से न करें। बस अपने बच्चे की प्रतिभा तराशने पर ध्यान दीजिए।
अपने बच्चों का भविष्य उचित दिशा में हो, इसकी कामना और उसकी योजना बनाने में हर अभिभावक चिंतित नजर आते हैं। ज्यादातर लोगों की शिकायत होती है कि उनके बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता, सब आते हुए भी एग्जाम में सवाल छोड़ आता है या फिर कोई भी काम ठीक से नहीं करता, एकाग्रता का अभाव है।
बच्चों का भविष्य, उनकी शिक्षा और उसेके अध्ययन के तरीके पर निर्भर करता है। अध्ययन का स्थान और उसकी दिशा का केंद्र आपके घर में ऐसे स्थान पर होना चाहिए, जिससे आपके बच्चों को पढ़ाई में सफलता मिले और अच्छे अंक प्राप्त होंं।
– जो बच्चे स्टडी रूम में ही सोते हैं, तो कोशिश करें कि साउथ वेस्ट दीवार की तरफ उनका बेड होना चाहिए और उनके सिर की दिशा पूर्व या दक्षिण में ही होनी चाहिए।
– ध्यान रहे कि बेड पर बच्चे को कभी भी पढ़ाई नहीं करनी चाहिए।
– अध्ययन कक्ष अस्त व्यस्त नहीं होना चाहिए।
– अध्ययन कक्ष को कभी भी स्टोर रूम की तरह उपयोग ना करें। अन्यथा एनर्जी का संतुलन खराब होगा और बच्चों में एकाग्रता कम होगी, वह जल्दी से याद नहीं कर पाएंगे।