भारत में सस्ती हो सकती हैं कारें! जानें इसके पीछे क्या है वजह…

नई दिल्ली,VON NEWS: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ऑटोमेकर्स से वाहनों को तैयार करने में इस्तेमाल होने वाले कल-पुर्जों के लोकलाइजेशन की अपील की है। बता दें कि दुनियाभर में ऑटोमोबाइल कंपोनेंट्स की डिमांड काफी ज्यादा है जिसे देखते हुए गडकरी ने इन्हें भारत में ही तैयार किए जाने की अपील की है। डिमांड ज्यादा होने की वजह से सही मात्रा में इनकी सप्लाई नहीं हो पा रही है जिसकी वजह से इन कंपोनेंट्स को महंगी कीमत में खरीदना पड़ रहा है जिसकी वजह से नतीजतन ऑटोमोबाइल सेक्टर को अपने वाहनों की कीमतों में इजाफा करना पड़ रहा है।

क्यों विदेश से इंपोर्ट होते हैं कंपोनेंट्स

भारत में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की जरूरतों को पूरा करने वाले ज्यादातर कंपोनेंट्स विदेशों से मंगवाए जाते हैं और इसकी पीछे वजह यही है कि इन्हें भारत में तैयार नहीं किया जाता है, जबकि दूसरे देशों में ये भारी संख्या में तैयार किए जाते हैं और इनकी वैराइटी भी अवेलेबल है। भारत में कुछ ही कंपोनेंट्स मिलते हैं ऐसे में ऑटो इंडस्ट्री को इन्हें विदेश से ही इंपोर्ट करना पड़ता है।

ये हैं ऑटो इंडस्ट्री के लिए जरूरी कंपोनेंट्स

अगर आप जानना चाहते हैं कि ऑटो इंडस्ट्री के लिए जरूरी कंपोनेंट्स कौन से हैं तो आपको बता दें कि इनमें चेसिस, इंजन, ट्रांसमिशन सिस्टम और जैसे बेसिक कंपोनेंट्स शामिल होते हैं, इसके साथ ही डिस्क ब्रेक, इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स, इंजन के छोटे पार्ट्स आदि कंपोनेंट्स में शामिल होते हैं। इन सभी की उपलब्धता और कीमत का असर कार की कीमत पर भी होता है।

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