डायबिटीज के मरीजों के लिए अमृत समान है महर्षि चरक की यह दवा जाने!
दिल्ली,VON NEWS: आधुनिक समय में डायबिटीज एक आम समस्या बन गई है, लेकिन यह एक लाइलाज बीमारी है जो जीवनभर साथ रहती है। इस बीमारी में दवा के साथ परहेज की विशेष जरूरत होती है। अगर लापरवाही बरतते हैं, तो यह बीमारी खतरनाक रुख अख्तियार कर लेती है। विशेषज्ञों का कहना है कि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो रक्त में शर्करा स्तर के बढ़ने से होती है।
साथ ही अग्नाशय से इंसुलिन हार्मोन निकलना बंद हो जाता है। इससे शर्करा ऊर्जा में तब्दील नहीं हो पाती है। इस स्थिति में बार-बार पेशाब आना, थकान, भूख लगना आदि समस्या होती है। इसके अतिरिक्त डायबिटीज से कई अन्य बीमारियां भी जन्म लेती हैं। इस बीमारी में मरीजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती ब्लड शुगर को कंट्रोल करना है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो अपनी डाइट में जौ के आटे को शामिल कर सकते हैं। आइए जानते हैं-
महान महर्षि चरक ने भी सेहतमंद रहने के लिए जौ के आटे को डाइट में शामिल करने की सलाह दी है। चरक ने सबसे पहले तकरीबन 2800 वर्ष पूर्व जौ में glycemic index कम होने का पता लगाया था। तभी से चिकित्सा क्षेत्र में जौ को दवा माना जाता है। इसके अतिरिक्त जौ को शहद, त्रिफला और सिरका के साथ सेवन करने से किडनी स्वस्थ रहता है।
इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। इस शोध में चरक संहिता के संस्कृत श्लोक को भी प्रकाशित किया गया है, जिनमें जौ के आटे के फायदे को बताया गया है।