सुभारती गौतम बुद्ध मेडिकल कॉलेज के अतुल भटनागर एवं यशवर्धन रस्तोगी के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाज़ी का मुकदमा FIR संख्या 182 /11  में अंतर्गत 420,406,120 -बी,504,506  I.P.C  के तहत Police जांच के आदेश

देहरादून : सुभारती गौतम बुध चिकित्सा महाविद्लय के अतुल भटनागर निवासी मेरठ एवं यशवर्धन रस्तोगी निवासी दिल्ली के खिलाफ धोखा धड़ी , जालसाज़ी का मुकदमा संख्या 182 /11  में अंतर्गत धरा 420 ,406, 120 – बी , 504 ,506  I.P.C  के तहत पुनर्विवेचना एवं जांच के आदेश  ACJM  4th  देहरादून के द्वारा 22.08.2022 को दिए गए है 

न्यायालय को श्री श्री १००८ नारायण स्वामी चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा मनीष वर्मा  दिए प्रार्थना पत्र पर माननीय न्यायलय ने उक्त आदेश 22 अगस्त को जारी किये वादी मनीष वर्मा की और से उक्त दोनों अभियुक्त गण के बारे में तहरीर / FIR  दी गयी  थी की उक्त दोनों अपराधियों ने षड्यंत्र रच कर उनकी ट्रस्ट की 750  करोड़ ( आज की मार्किट वैल्यू )की सम्पति सञ्चालन के लिए कुछ शर्तो के आधार पर जिनमे बैंको को 14  करोड़ लोन चुकाना शामिल था  और करोडो के चेक जो अतुल भटनागर ने दिए थे  वो बाउंस हो गए है जिन चेको  विवाद माननीय नैनीताल हाई कोर्ट में लंबित है , तथा अनुबंध में लिखी शर्तो को पूरा नहीं किया एवं सञ्चालन के लिए ली गयी,College,Hospitals,Hostels, Teaching Block  सम्पत्ति को अपना फर्जी रूप से  मलिकाना दिखा कर उस पर रास बिहारी बोस सुभारती यूनिवर्सिटी सरकार और शाशन को गुमराह कर पास करवा ली और इस संप्पत्ति से अब तक 300  करोड़ की कमाई कर ली तथा मनीष वर्मा की ट्रस्ट का नाम बदल कर उसमे MBBS कॉलेज शुरू कर दिया है जिससे प्रतिवर्ष 200 करोड़ रुपये कमा रहे है और उल्टा सम्प्पति हड़पने के किये उन पर (मनीष वर्मा पर ) ही झूठे केस बना कर षड्यंत्र कर रहे है 

(रास बिहारी बोस सुभारती यूनिवर्सिटी के G.O. /एक्ट की फोटो)


इस बात को अतुल भटनागर एवं पूर्व के अनुसन्धान अधिकारी /विवेचक सहित अतुल भटनागर ने भी अपने न्यायलय को दिए बयांन  में स्वीकार किया है की उन्होने सम्प्पति मात्र सचालन  के लिए ली हैं अर्थार्त वे उसके मालिक नहीं है 
गौर तलब है कि ये अपराधी पूर्व एसएसपी से विवेचना करने वाले अधिकारी को यह तक लिखवा देते है कि इस केस में आप फाइनल रिपोर्ट लगाकर लाइए यानी की सांठ गाँठ की चरम सीमा इस केस में देखने को मिली जिसपर माननीय न्यायलय ने गंभीर टिप्पणी भी अपने आदेश में की है इस FIR  की जांच SO डालनवाला को सौंपी गयी है 

सुभारती के खिलाफ उत्तराखंड सरकार की लैंड जांच समिति ने भी झाझरा एवं ट्रस्ट से सम्बंधित जांच समिति का पत्र देखिये ये समिति भी होनी जांच रिपोर्ट 4 सप्ताह में देगी

सरकारी, गोल्डन फॉरेस्ट, टोंस नदी की जमीन पर फर्जी लोगो से रजिस्ट्री सुभारती ने झाझरा देहरादून में करवाई । देखिए पहला सबूत इस रजिस्ट्री एवम पावर ऑफ अटॉर्नी में एक के पिता के दो पुत्र है पर दोनो रजिस्ट्री में एक को फर्जी यानी कोई और आदमी खड़ा करके रजिस्ट्री करवाई गई

अब होंगे सारे खुलासे
सुभारती के पास जमीन खरीदने की अनुमति नहीं
नदी ,पट्टे,सरकारी जमीन SC /ST की जमीन खरीदना अनुमन्य नहीं 166, 167 has to be imposed उक्त समस्त जमीने राज्य सरकार में निहित की जाए
सुभारती जमीन धोखाधड़ी खुलासा पार्ट
1

देखे माननीय न्यायलय का 22.08.2022 आदेश :-

आपको बता दे की सुभारती के संचालक अतुल भटनागर पर उत्तरप्रदेश में 3 हत्याओं के सहित 35 मुकदमे दर्ज है जिसमे एक व्यक्ति को रेमदेसीवेर इंजेक्शन की जगह पानी का इंजेक्शन लगा दिया गया और मरीज की मौत हो गयी , एक में सीबीआई द्वारा आरोप पत्र दाखिल किया गया है तथा यशवर्धन रस्तोगी ने स्वर्णिम आयल मिल नाम की कंपनी बनाकर उसको शेयर Market में लिस्ट करवाकर उसके शेयर का भाव ऊपर किया जिसमे निबेशको को अरबो का चुना लगा तथा मामला सेबी तक गया और बाद में शेयर बहुत डाउन हो गया और कम्पनी चुपचाप बंद कर दी गयी

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