बड़ी खबर/खुलासा….कही जाते जाते किए गए ये 3500 करोड़ के टेंडर और पुनः आवंटन तो हरक सिंह के निष्कासन का कारण नहीं बने ?
देहरादून : कभी साइकिल कांड ,कभीं छाता कांड कभी सान्निकर बोर्ड के कारनामे और अब……….
जाते जाते हरक सिंह यूपीसीएल और पिटकुल में एडीबी के लगभग साढे़ तीन हजार करोड़ की परियोजनाओं के फटाफट टेण्डर करके उसमें गाढी़ कमाई और बँदर बाँट उन्हीं के प्रभाव व संरक्षण में पलने वाले, दादागीरी कर रहे एमडी के द्वारा प्रमुख सचिव से करवा गए जो एम डी चाँदी के जूते के बल पर निदेशकों से धमका धमकी के बल पर साईन कराने की फिराक में हैं।
उत्तराखंड की जनता को फ्री में बिजली देने की बात करने वाले ऊर्जा मंत्री हरक सिंह कमरतोड़ और उपभोक्ताओं का गलाघोंटू 9 रु 50 पैसे की दर पर बिजली खरीदे जाने वाले पीपीए की साजिश और दस्तक का मामला पहले ही मीडिया की सुर्खिया बना था किन्तु तब न सीएम जागे और न ही प्रमुख सचिव ऊर्जा, सबके सब इस ड्रामेबाज ऊर्जा मंत्री के सामने बेवश रहे…! और अब जबकि शासनादेश सचिव ऊर्जा आईएएस राधा रतूडी़ द्वारा 6 जनवरी ने जारी कर दिया है तथा पीपीए साईन करने व नियामक आयोग से इस ओर कार्यवाही कराकर आगे बढा़ने को भी लिख दिया गया है, कैसे रुकेगा? क्या ये किसी भी प्रकार से उचित न होने वाला पीपीए रुकेगा या फिर थोप दिया जायेगा बेचारी जनता और इस देव भूमि के उपभोक्ता पर?
जल्दी ही बड़ा खुलासा होगा सिर्फ …वॉयस ऑफ नेशन पर ….,
देखिए शासनादेश …