शुगर के मरीजों के लिए शहद का सेवन ठीक है? जानिए
नई दिल्ली,VON NEWS: शुगर के मरीज अपनी डाइट में मीठे का इस्तेमाल बेहद सोच समझ कर करते हैं। चाय और कॉफी में भी चीनी का सेवन करने से शुगर बढ़ने का खतरा रहता है, ऐसे में माना जाता है कि शुगर के मरीजों के लिए स्वीटनर के रूप में शहद का सेवन करना सुरक्षित हो सकता है? अगर इस सवाल का जवाब तलाशा जाए तो जवाब हां होगा लेकिन कुछ शर्तों के साथ। शुगर के मरीजों को कार्बोहाइड्रेट और चीनी के सेवन को नियंत्रित करना पड़ता है, इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें मिठाई से पूरी तरह दूरी बनाने की जरूरत है।
शहद पूरी तरह सुरक्षित नहीं है, लेकिन इसमें एंटी इंफ्लामेटरी गुण मौजूद रहते हैं जो शुगर की जटिलताओं को कम कर सकते हैं। अगर बात करें चीनी की जगह शहद इस्तेमाल करने की, तो चीनी, शहद से ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि इसमें किसी तरह के विटामिन्स या खनिज पदार्थ नहीं होते।
चीनी और शहद की तुलना करें तो शहद का सेवन बेहतर है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि शुगर के मरीजों के लिए शहद का सेवन शुगर के स्तर को कंट्रोल रखेगा। अगर आप चीनी का सेवन करते हैं तो यह आपके बल्ड में शुगर के स्तर को बढ़ा देगा, जबकि शहद में इसकी रफ्तार थोड़ी कम होगी।
क्योंकि शहद एक प्राकृतिक स्वीटनर और कार्बोहाइड्रेट है, इसलिए किसी भी तरह से आपके ब्लड की शुगर को प्रभावित करने के लिए प्राकृतिक है। अगर चीनी से इसकी तुलना की जाए तो शहद का हानिकारक प्रभाव चीनी से कम होता है।
2004 के एक अध्ययन में ब्लड शुगर के स्तर पर शहद और चीनी के प्रभावों का मूल्यांकन किया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि शुगर के मरीजों में, शहद के सेवन के 30 मिनट बाद ब्लड शुगर में वृद्धि हुई लेकिन बाद में ब्लड में शुगर का स्तर कम हो गया और दो घंटे तक निचले स्तर पर बना रहा।
शोधकर्ताओं का मानना है कि शहद, चीनी के विपरीत, इंसुलिन में वृद्धि का कारण हो सकता है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण हार्मोन है। हालांकि अभी इस पर और अधिक शोध करने की आवश्यकता है।