देश का पहला CNG ट्रैक्टर, किसान हर साल कर पाएंगे लाखों रुपये की बचत जानिए खास बात!
नई दिल्ली,VON NEWS: देश में बढ़ रहे प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। इस दिशा में अब केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देश के पहले CNG ट्रैक्टर को लॉन्च कर दिया है। ये ट्रैक्टर न सिर्फ पर्यावरण को प्रदूषण से बचाएगा बल्कि किसानों का खर्च भी कम करेगा। आपको बता दें कि डीजल की वजह से काफी ज्यादा प्रदूषण होता है और ये महंगा भी पड़ता है, ऐसे में सीएनजी ट्रैक्टर को सीएनजी संचालित बनाना किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगा। जानकारी के अनुसार डीजल ट्रैक्टर को कन्वर्ट करके उसे सीएनजी संचालित बनाया गया है।
सड़क परिवहन मंत्रालय ने सीएनजी ट्रैक्टर के लिए मानक तय किए हैं जिसके अनुसार ट्रैक्टर बाजार में उपलब्ध होंगे। इन ट्रैक्टर्स पर सीएनजी किट लगाकर दिया जाएगा जिससे ये कम खर्च में चलाए जा सकें। ख़ास बात ये है कि इसे स्टार्ट करने के लिए डीजल की ही जरूरत होगी लेकिन बाद में ये अपना फ्यूल सोर्स बदलकर सीएनजी पर शिफ्ट हो जाएगा जिससे किसान अपना खेती का खर्च कम कर पाएंगे। नितिन गडकरी ने कहा कि सीएनजी किट को मेक इन इंडिया के तहत बनाया जाएगा।
गडकरी ने देश के पहले सीएनजी ट्रैक्टर की अनवीलिंग के मौके पर बताया है कि हर साल किसान ट्रैक्टर के इस्तेमाल में तकरीबन 3.5 लाख रुपये तक की रकम खर्च कर देते हैं, इसमें से हर साल सिर्फ खेती के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ट्रैक्टर पर 2.5 लाख रुपये तक का खर्च आसानी से आ जाता है। हालांकि अब सीएनजी पर शिफ्ट होने के बाद किसान ट्रैक्टर के इस्तेमाल में 1.5 लाख रुपये तक की बचत कर पाएंगे। यह एक बड़ी रकम है जिससे किसानों को काफी फायदा होगा।
नये सीएनजी ट्रैक्टर्स से देश में बढ़े हुए प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सकेगा। एक अंदाजे के मुताबिक़ एक घंटे तक ट्रैक्टर का इस्तेमाल करने में तकरीबन 4 लीटर डीजल खर्च होता है और अगर ये समय बढ़ाकर 3 से 4 घंटे कर दिया जाए तो डीजल का खर्च तो बढ़ता ही है साथ ही साथ प्रदूषण में भी काफी इजाफा होता है। कुछ राज्य ऐसे हैं जिनमें लोगों की आजीविका का मुख्य साधन कृषि है और ऐसे राज्यों में ट्रैक्टर का इस्तेमाल ज्यादा होता है जिससे प्रदूषण भी ज्यादा होता है। सीएनजी चालित ट्रैक्टर से प्रदूषण के स्तर में भारी गिरावट दर्ज करवाई जा सकती है।