इंडो नेपाल नहर निर्माण के लिए शारदा बैराज से सुबह छोड़ा गया पानी, पढ़िए पूरी खबर
टनकपुर,VON NEWS: भारत नेपाल के बीच 1991 में हुई संधि के तहत भारत द्वारा नेपाल के लिए बनाई जा रही 12 सौ मीटर नहर निर्माण के लिए मंगलवार सुबह पांच बजे सायरन बजाकर शारदा बैराज से पानी छोड़ दिया गया। पानी केवल दो गेटों से छोड़ा गया है। जिससे किसी प्रकार का कोई नुकसान न हो। वहीं पानी छोड़े जाने के बाद एनएचपीसी पावर हाउस पर विद्युत उत्पादन भी आज से बंद हो गया है। नौ फरवरी से 31 मार्च तक एनएचपीसी द्वारा नदी में नहर के लिए हेड रेगुलेटर का निर्माण किया जाना है।
इंडो नेपाल के बीच संधि के तहत विगत चार माह पूर्व शारदा बैराज के भारतीय हिस्से से नहर निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया था। नहर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। एनएचपीसी ने एएनएस कंपनी को कार्यदायी संस्था बनाया है। नहर में पानी छाड़े जाने के लिए कार्यदायी कंपनी को नदी में हेड रेगुलेटर बनाया जाना है। इसके लिए एनएचपीसी द्वारा नौ फरवरी को शारदा बैराज में रोके गए पानी को छोड़ा जाएगा। इसके लिए बैराज के नीचे वाले हिस्से में खनन कर रहे श्रमिकों को वहां से हटने व अपने झालों को हटाने के निर्देश जारी कर दिए थे।
एनएचपीसी महाप्रबंधक एसके शर्मा ने बताया कि टनकपुर बैराज से नेपाल के लिए 1200 मीटर नहर निर्माण का कार्य चल रहा है। शारदा बैराज के नेपाल वाले हिस्से में 14 मीटर गेट का निर्माण किया जाना है। इस कारण मंगलवार सुबह सायरन बजाकर लोगों को सतर्क करने के बाद बैराज के नौ व दस नंबर गेट को खोला गया। पानी छोड़े जाने से 9 फरवरी से 31 मार्च तक एनएचपीसी में विद्युत उत्पादन नहीं होगा। महाप्रबंधक ने बताया कि इस समय नदी का जल स्तर कम होने के कारण 25 मेगावाट ही उत्पादन हो पा रहा है, जबकि इसकी क्षमता 120 मेगावाट है।