सर्दी में नींद क्यों ज्यादा आती है? जानिए उठने के उपाय
नई दिल्ली,VON NEWS: सर्दी में बिस्तर पर गर्म राजाई में सोना सबसे ज्यादा अच्छा लगता है। सर्दी में सुबह-सुबह बिस्तर से उठने का मन नहीं करता और नींद भी बहुत आती है। सर्द मौसम में हम ज्यादा सोते हैं तो आलसी और सुस्त बने रहते हैं, लेकिन आपने कभी सोचा है कि सर्दी में आखिर नींद क्यों ज्यादा आती है?
कहीं आपको यह तो नहीं लगता कि ठंड ज्यादा होने के कारण आपको सर्दी में नींद ज्यादा आती है? अगर आप ऐसा सोचते हैं तो बिल्कुल गलत सोचते हैं। दरअसल सर्दी में गहरी नींद का संबंध आपकी बॉडी में विटामिन डी के घटते स्तर से है। सर्दी में बॉडी में सुस्ती और आलस के लिए विटामिन डी और कई अन्य कारक जिम्मेदार है। आइए जानते हैं कि सर्दी में नींद ज्यादा क्यों आती है और बॉडी में सुस्ती क्यों रहती है।
सर्दी में मेलाटोनिन का बढ़ा हुआ स्तर:
मेलाटोनिन हार्मोन एक ऐसा हार्मोन है जो शरीर में पीनियल ग्लैंड से रिलीज होता है। ये हार्मोन नींद आने में मददगार है। ये हार्मोन शरीर से फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालता है। ऐसा माना जाता है कि नींद का कंट्रोल रोशनी और अंधेरा से है। जब भी दिमाग का एक पर्टिकुलर हिस्सा रोशनी के संपर्क में आता है तो ये हार्मोन अचानक ही एक्टिव हो जाता है। मेलाटोनिन, बॉडी टेम्परेचर और हार्मोन को कंट्रोल करता है। इन्हीं तीनों की वजह से बॉडी में नींद प्रभावित होती है। मेलाटोनिन हार्मोन नींद को बढ़ाता है।
सर्दी के मौसम में सुबह उठने में परेशानी होती है क्योंकि सर्दी में हमारी बॉडी में विटामिन डी का स्तर कम होने लगता है। दरअसल, सर्दी के मौसम में दिन छोटा और रातें लंबी हो जाती हैं। ज्यादा सूरज की रोशनी ना मिलने की वजह से शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है। जिस कारण इस मौसम में हमें ज्यादा सुस्ती महसूस होने लगती है।
जब ठंड बढ़ती है, तो हम सभी खुद को गर्म कपड़ों से कवर कर लेते हैं। बहुत ठंडा या बहुत गर्म तापमान नींद की प्रक्रिया को बाधित कर सकता है। अपने घर के तापमान के साथ बहुत ज्यादा गड़बड़ करना इस प्रक्रिया के रास्ते में रुकावट बन सकता है।
सर्दी में हम ऐसी चीजों का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो बॉडी को गर्मी देने के साथ ही एनर्जेटिक भी रखती है। मन को भाने वाला भोजन करने या ज्यादा मात्रा में खाने से शरीर की ऊर्जा उस खाने को पचाने में लग जाती है जो आपको अधिक आलसी बना देती है और थकावट महसूस होती है। सर्दियां हैं तो इसका मतलब ये नहीं कि आप पेट भरकर खाते रहें।