आज 30 दिसम्बर 2020 को मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा तिथि समाप्त!
VON NEWS: आज 30 दिसम्बर 2020 को मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा तिथि समाप्त आज बुधवार को सुबह 08:57 हो जायेगी और कृष्णपक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू हो जायेगी साथ ही पोष माह का प्रारंभ भी होगा,सूर्योदय प्रातः 07:13 सूर्यास्त साय 05:34 तक चन्द्रोदय 05:45 वचन्द्रास्त अगले दिन 07:19 तक होगा। आज आंध्रा नक्षत्र व बव करण सुबह 08:57 तक फिर बालव करन 09:17 तक अर्थात चीते के स्वभाव की तरह रात तक का स्वभाव होगा। चन्द्रमा मिथुन राशि मे संचार करेगा, ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 05:25 से 06:19, शुभ अभिजीत मुहुर्त नही है राहुकाल 12:24 से 13:41तक व विजय मुहूर्त02:07 से 02:49 तक होगा आज आरुद्र दर्शन का भी दिन है अर्थात चन्द्रमा को भी अर्क देना चाहिए।
ऐसे में आज अन्नपूर्णा जयंती का व्रत आज रखा जाएगा।अन्नपूर्णा जयंती के दिन व्रत करने से घर अन्न, खाद्य पदार्थों और धन्य-धान से भर जाता है। आज के दिन मां अन्नपूर्णा की विधि विधान से पूजा की जाती है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन भगवान शिव ने लोक कल्याण के लिए भिक्षुक रुप धरा था और माता पार्वती ने मां अन्नपूर्णा अवतार धारण किया। पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार पृथ्वी अन्नहीन हो गई थी। बंजर होने के कारण उस समय फसल, फल आदि नहीं हुए। इससे पृथ्वी लोक में हाहाकार मच गया। प्राणों पर संकट आ गए। तब भगवान शिव ने भिक्षुक का स्वरूप धारण किया और माता पार्वती ने मां अन्नपूर्णा का अवतार लिया।
भगवान शिव ने मां अन्नपूर्णा से भिक्षा में अन्न मांगे। मां अन्नपूर्णा ने उनको अन्न दिए तो वे उसे लेकर पृथ्वी पर गए। उसे सभी प्राणियों में बांट दिए। इसके फल स्वरुप दोबारा पृथ्वी धन, धान्य, फल, फूल से हरी भरी हो गई। उस दिन मार्गशीर्ष पूर्णिमा थी। आज के दिन स्नान आदि से निवृत होकर किचन और पूजा स्थान की सफाई होती है। उसके बाद गैस चूल्हे या चूल्हे की पूजा करें। फिर मां अन्नपूर्णा तथा भगवान शिव जी की आराधना करें जिससे घर में सुख-शांति,धन-धान्य व दुःख- तकलीफ से छुटकारा मिल सके।