लाल गेंद से खेलना भारतीय टीम के लिए आसान होगा, जानिए वजह

VON NEWS: भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहला डे-नाइट टेस्ट भले ही हार गई हो, लेकिन पूर्व तेज गेंदबाज अजित अगरकर का मानना है कि टीम का प्रदर्शन अच्छा था और सिर्फ एक सत्र में खराब खेल की वजह से उसे हार मिली। भारत को 26 दिसंबर से बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलना है। इसका प्रसारण सोनी टेन पर हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर अजित अगरकर से अभिषेक त्रिपाठी ने खास बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश-

-पिंक बॉल डे-नाइट टेस्ट के बाद अब दूसरा टेस्ट रेड बॉल से होगा और दिन में खेला जाएगा।

–लाल गेंद से खेलना तो आसान होना चाहिए, क्योंकि भारतीय टीम को इससे खेलने की आदत है। गुलाबी गेंद नई चीज थी, खासकर भारत ने इससे पहले एक ही डे-नाइट टेस्ट खेला था। भारतीय टीम पहले ऑस्ट्रेलिया में लाल गेंद से खेलकर जीत चुकी है।

-दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम संयोजन क्या होना चाहिए?

-निश्चित रूप से विराट कोहली का नहीं होना बहुत बड़ा झटका है। टीम संयोजन की बात है तो यदि आप किसी को पहला टेस्ट खिलाते हो तो यह सोचकर खिलाते हो कि यह आपका सर्वश्रेष्ठ एकादश है। ऐसे में आप सिर्फ दो पारियों के बाद बदलाव करने लगोगे तो इसका मतलब है कि आपका पहले टेस्ट का फैसला गलत था। एक टेस्ट से न तो कोई बहुत अच्छा खिलाड़ी बन जाता है और न ही बहुत खराब। आपको खिलाड़ी की हौसलाअफजाई करना जरूरी है। मेरा मानना है कि कोहली की जगह शुभमन गिल को मध्यक्रम में खिलाना चाहिए।

वह ओपनिंग करते हैं, लेकिन उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मध्यक्रम में की थी। यदि वह अच्छा कर गए तो आगे चलकर भारत के लिए कई साल खेल सकते हैं।

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