बच्चों के लिए भी ख़तरनाक सकता है कोरोना का नया स्ट्रेन, जाने
नई दिल्ली,VON NEWS: एक तरह जहां इंग्लैंड में कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाने का पहला चरण शुरू हो चुका है, वहीं दूसरी तरफ देश के कई शहरों में कोविड-19 का एक नया स्ट्रेन सामने आया है। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि कोरोना वायरस ने म्यूटेट किया हो, लेकिन वायरस के नए स्ट्रेन ने मेडिकल एक्सपर्ट्स की चिंता ज़रूर बढ़ा दी है। ऐसा माना जा रहा है कि कोरोना का ये नया वैरिएशन पहले से 70 प्रतिशत ज़्यादा संक्रामक है, हालांकि ये स्ट्रेन अभी तक ज़्यादा ख़तरनाक साबित नहीं हुआ है।
शोधकर्ता और मेडिकल एक्सपर्ट्स कोरोना के म्यूटेशन के पीछे के कारण को समझने की कोशिश में लगे हैं। साथ ही ऐसी भी रिपोर्ट्स आई हैं कि ये नया वैरिएंट बच्चों के लिए बड़ा ख़तरा साबित हो सकता है। अभी तक कोरोना वायरस बच्चों के लिए घातक साबित नहीं हुआ था।
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन क्या है?
पिछले साल के दौरान, वैश्विक रूप से कोविड के कई उपभेदों यानी स्ट्रेन की पहचान की गई है। वायरस का वर्तमान म्यूटेशन, जो अब ब्रिटेन का सबसे आम वायरस संस्करण है, में वायरस के स्पाइक प्रोटीन में परिवर्तन हैं, जो शरीर पर एक हमले को शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कई केस स्टडीज़ ने सुझाव दिया है कि सबसे बड़ा अंतर इस बात से पड़ सकता है कि म्यूटेशन सिस्टम इम्युनिटी गार्नरिंग सेल्स के साथ कैसे इंटरैक्ट करता है- जो प्रथम-स्तर की सुरक्षा प्रदान करते हैं।
शोधकर्ताओं का कहना है कि नया B.1.1.7 उत्परिवर्तन में ORF8 जीन का एक छोटा संस्करण है, जो एंटीजेनेसिटी को बदल सकते हैं, यानी प्रणाली में प्रतिरक्षा एंटीबॉडी द्वारा मान्यता के लिए महत्वपूर्ण है, और पिछले उपभेदों की तुलना में तेजी से और अधिक शक्तिशाली रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करने में सक्षम हो सकता है। शायद यह भी एक कारण हो सकता है कि इसे सुपर संक्रामक स्ट्रेन कहा जा रहा है।