मौसम का अजीबो गरीब मिजाज, छह साल में सबसे ठंडा नवंबर;पढ़िए पूरी खबर
देहरादून,VON NEWS: मौसम का मिजाज इस वर्ष चौंका रहा है। अक्टूबर में सामान्य से कम ठंड और नवंबर में कड़ाके की सर्दी विशेषज्ञों को हैरत में डाल रहा है। दून में यह नवंबर पिछले छह साल में सबसे ठंडा रहा। अब तक यहां अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे ही रहा। जबकि, मौसम विभाग के अनुसार अब अगले कुछ दिन तापमान में और गिरावट आ सकती है।
देहरादून में इस वर्ष मानसून में कम बारिश के बाद अक्टूबर में भी गर्मी महसूस की गई। जबकि, नवंबर में तेजी से मौसम ने करवट ली और तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पहले दो सप्ताह तो फिर भी तापमान सामान्य रहा, लेकिन दीपावली से यहां अचानक ठंड बढ़ गई।
करीब 15 नवंबर से ही दून का अधिकतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे बना हुआ है। इस बार नवंबर में सर्वाधिक अधिकतम तापमान आठ नवंबर को 28.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले वर्ष 2014 में ही नवंबर में तापमान 29 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा था। न्यूनतम फिलहाल सामान्य से अधिक बना हुआ है।
सर्द हवाएं चलने से शाम के समय ठिठुरन बढ़ गई है। जबकि, न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस से अधिक की गिरावट आई है। वहीं, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में चोटियां बर्फ से लकदक हैं। बर्फीली हवा ने पहाड़ों में ठिठुरन बढ़ा दी है। कुमाऊं के अल्मोड़ा और मुक्तेश्वर प्रदेश में सबसे ठंडे रहे। दोनों शहरों में न्यूनतम तापमान क्रमश: 1.6 और 1.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
पहाड़ों में बदलते मौसम का असर मैदानों में भी महसूस किया जा रहा है। मैदानों में भी पारे ने गोता लगाया है। ऊधमसिंहनगर में पारा 3.9 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा, जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम है। वहीं हरिद्वार में यह 5.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
इतना ही नहीं देहरादून और मसूरी में भी पारा सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी के आसार बने हुए हैं। विशेषकर उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, देहरादून, टिहरी, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात की संभावना है।