जानिए-भारत में कानपुर की मेट्रो क्याें बन गई है खास,
कानपुर,VON NEWS: भारत के दस बड़े शहरों में संचालित मेट्रो में बहुत जल्द कानपुर का भी नाम जुड़ने वाला है। इन दस शहरों की अपेक्षा कानपुर मेट्रो कुछ खास और अलग रहने वाली है। कानपुर मेट्रो के कार्य की शुरुआत को एक वर्ष हो गया है, माना जा रहा है अगले वर्ष तक शहरवासियों का मेट्रो में सफर करने सपना पूरा हो जाएगा।
अभी तक देश में कोलकाता, दिल्ली, चेन्नई, बंगलुरु, हैदराबाद, जयपुर, गुरुग्राम, मुंबई, कोच्चि और लखनऊ में मेट्रो का संचालन हो रहा है। कानपुर में 15 नवंबर 2019 को मेट्रो कार्य का शुरभारंभ हुआ था। यहां मेट्रो लाइन निर्माण में इस्तेमाल डबल टी गार्डर ने पूरे देश में खास बना दिया है। एक वर्ष में स्टेशन के निर्माण को डबल टी गार्डर ने तेज रफ्तार दी है। यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन ने कानपुर मेट्रो परियोजना में स्टेशनों के पहले तल को बनाने में डबल टी गार्डर का इस्तेमाल किया, जबकि इससे पहले देश में मेट्रो के निर्माण में सिंगल टी गार्डर का इस्तेमाल किया जा रहा था।
इससे कार्य की रफ्तार भी तेज हो जाती है और स्ट्रक्चर की फिनिशिंग भी अच्छी रहती है। आइआइटी का निर्माणाधीन स्टेशन इसका उदाहरण है। मेट्रो के अधिकारी अब 15 नवंबर 2021 तक मेट्रो को चलाने की बात कह रहे हैं। यदि समय रहते कार्य पूरा हुआ तो बहुत जल्द शहरवासियों का मेट्रों में सफर करने का सपना पूरा हो जाएगा।
ट्रैफिक कंट्रोल के लिए तैनात रहते मार्शल
नौ किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर दोनों शिफ़्टों में 25 से 30 ऐसे स्पॉट चुने गए हैं, जहां ट्रैफ़िक जाम की आशंका अधिक होती है। इसके साथ ही ट्रैफ़िक डायवर्ज़न में सावधानी बरतने की जरूरत होती है। यहां मेट्रो के 50 मार्शल तैनात हैं। जो ट्रैफ़िक नियंत्रण में मदद करते हैं।
- -दोनों कारीडोर की अनुमानित लागतः 11076.48 करोड़।
- -वर्ष 2024 तक इसे पूरा करना है।
आइआइटी से नौबस्ता
स्टेशनः 21
एलिवेटेडः 14
अंडरग्राउंडः 7
लंबाई.- करीब 23 किलोमीटर
सीएसए से बर्रा-8
स्टेशनः 8
एलिवेटेड-4
अंडरग्राउंड-4
लंबाई- करीब 8 किलोमीटर।
कानपुर मेट्रो की कुछ प्रमुख बातें
- -31 दिसंबर 2019 को पहला पिलर तैयार हुआ। पहले कारीडोर में 506 पिलर बनेंगे। अभी तक 294 पिलर बन चुके हैं।
- -20 जनवरी 2020 को लखनपुर कास्टिंग यार्ड में यू गार्डर की ढलाई शुरू हुई। एक यू गार्डर 27 मीटर लंबा और लगभग 4 मीटर चौड़ा होता है, जिसका वज़न लगभग 150 टन होता है।