नीलामी में बेल्जियम के रेसिंग कबूतर ने बनाया रिकॉर्ड, जानें
बेल्जियम,VON NEWS: दो साल का बेल्जियम रेसिंग कबूतर (Belgian racing pigeon) ने रविवार को नीलामी का रिकॉर्ड तोड़ डाला। न्यू किम (New Kim) नाम वाला यह कबूतर 1.6 मिलियन यूरो यानि 13 करोड़ 40 लाख रुपये ($1.89 million) में नीलाम हुआ जो अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। वर्ष 2018 में फ्रांस में आयोजित एक रेस में न्यू किम ने जीत हासिल की थी। यहां कुल 445 पक्षियों को नीलाम किया गया। आमतौर पर नर कबूतर की कीमत मादा कबूतर से अधिक होती है लेकिन इस बार मादा कबूतर ने रेस में सबको पीछे छोड़ दिया।
पिछले सप्ताह ही इस कबूतर के लिए 1.32 मिलियन यूरो की बोली लगी थी जो पिछले साल के मार्च में 1.252 मिलियन यूरो यानि 11 करोड़ रुपये में नीलाम हुए बेल्जियम के ही एक कबूतर अर्मांडो (Armando) की कीमत से अधिक थी। रविवार को नीलामी के अंतिम आधे घंटे के दौरान यह और बढ़ गई और अंतत: 1.6 मिलियन यूरो में यह कबूतर बिका और वर्ल्ड रिकॉर्ड बना।
‘न्यू किम‘ नामक इस रेसिंग कबूतर ने पिछले साल हुए नर कबूतर अर्मांडो की नीलामी में लगी 11 करोड़ रुपये की बोली का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। अर्मांडो को कबूतरों की रेस का ‘लुईस हैमिल्टन’ माना जाता था। नीलामी के दौरान सुपर डूपर और हिटमैन नाम से मशहूर दो चीनी खरीददारों ने जोरदार बोली लगाई जो 13 करोड़ 40 लाख रुपये पर जाकर खत्म हुई। दरअसल, चीन में कबूतरों की रेसिंग को लेकर काफी क्रेज है यह खेल यहां हजारों साल पहले शुरू की गई थी। मिंग राजवंश के शासन काल के दौरान वर्ष 1368 से लेकर 1644 तक कबूतरों की दौड़ अपने सबाब पर थी। उस दौरान भी कबूतरों को यूरोप से लाया जाता था। नीलामी में कुल 445 पक्षियों को नीलाम किया गया।
पिपा (Pipa) के फाउंडर और सीइओ निकोलस (Nikolaas Gyselbrecht) ने कहा, ‘ये रिकॉर्ड कीमतें अविश्वसनीय हैं क्योंकि यह मादा (female) है और अर्मांडो नर (male) कबूतर है। आमतौर पर नर की कीमत मादा से अधिक होती है क्योंकि यह अधिक कबूतरों (offspring) को पैदा कर सकता है। निकोलस ने कहा न्यू किम केवल दो साल की है और केवल 2018 में रेस में शामिल हुई थी। इस रेस में उसे बेल्जियम के ‘बेस्ट यंग बर्ड’ का टाइटल भी मिला था।
कबूतरों में 10 साल तक प्रजनन ( breed) की क्षमता होती है और इसलिए न्यू किम के पास काफी समय है। 2 नवंबर को इसके लिए नीलामी की शुरुआत 200 यूरो से हुई थी। इसके 90 मिनट बाद ही दक्षिण अफ्रीकी समूह की ओर से इसके लिए लगाई गई बोली बढ़कर 1.31 मिलियन यूरो तक पहुंच गई।