नशा मुक्ति केन्द्र में खंभे से बांधकर डंडों से पीटा गया था प्रवीण को,जानिए पूरा मामला

हल्द्वानी,VON NEWS: हल्द्वानी में कमलुवागांजा रोड स्थित आदर्श जीवन नशा मुक्ति केंद्र में इलाज के लिए भर्ती पिथौरागढ़ निवासी प्रवीण कुमार टम्टा की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामले में केंद्र के स्टाफ समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों में एक नाबालिग भी शामिल है। जिसे बाल सुधार गृह भेजा जाएगा। जबकि अन्य आरोपितों को पुलिस आज कोर्ट में पेश करेगी।

पिथौरागढ़ के आगर गांव निवासी प्रवीण टम्टा पुत्र जीवन टम्टा की नशे की लत छुड़वाने के लिए परिजनों ने 22 अक्टूबर को उसे नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था। नशामुक्ति केंद्र में हर रविवार मरीजों को अलग-अलग टास्क दिए जाते हैं। बीते रविवार को सफाई अभियान चलना था। पुलिस के मुताबिक प्रवीण ने सफाई करने से मना कर दिया था। जिसे लेकर केंद्र में भर्ती एक नाबालिग मरीज से उसका विवाद हो गया। इस बीच केंद्र में तैनात कर्मचारी पीयूष कौशिक, अभिषेक चंद्रा, अभय उर्फ बिट्टू और मरीज अर्जुन रावत व बाबी अंसारी भी पहुंच गए। जिसके बाद सभी ने प्रवीण संग हाथापाई शुरू कर दी।

सूत्रों की मानें तो शारीरिक रूप से मजबूत प्रवीण को काबू करने के लिए उसे बांध कर डंडों से भी पीटा गया। ज्यादा चोट लगने की वजह से थोड़ी देर बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद आनन-फानन में उसे उपचार के लिए कुसुमखेड़ा स्थित सेंट्रल अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जानकारी नहीं देने की वजह से मुखानी पुलिस को मामले का पता नहीं चल सका। बीते सोमवार को पिथौरागढ़ पुलिस ने मुखानी एसओ भगवान सिंह महर को फोन कर प्रकरण से अवगत कराया। जिसके बाद मंगलवार रात पिता जगदीश टम्टा की तहरीर पर संचालक राजीव जोशी, कर्मचारी पीयूष, अभिषेक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।

बुधवार को मुखानी पुलिस ने केंद्र में पहुंच दोबारा मामले की जांच करने के साथ लोगों के बयान भी दर्ज किए और कर्मचारी पीयूष कौशिक निवासी रेलवे कालोनी मुरादाबाद, अभिषेक चंद्रा निवासी दमुवाढूंगा, अभय उर्फ बिट्टू निवासी लालकुआं, भर्ती मरीज अर्जुन रावत निवासी मल्ली बमौरी व काठगोदाम निवासी बाबी अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष मुखानी भगवान सिंह महर ने बताया कि पूरे मामले में संचालक की भूमिका की जांच की जा रही है।

सीओ हल्द्वानी शांतनु पराशर ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र के संचालक घटना वाले दिन मौके पर मौजूद नहीं थे, मगर उन्होंने पुलिस को सूचना नहीं देने की बजाय शव को चुपके से घर भिजवा दिया। संचालक पर लगे आरोपों की पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है। जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

यह था मामला

पिथौरागढ़ के आगर गांव निवासी प्रवीण कुमार टम्टा की बीते रविवार को मारपीट के बाद अस्पताल में मौत हो गई थी। उसके बावजूद नशा मुक्ति केंद्र द्वारा पुलिस को सूचना नहीं दी गई और शव को मृतक के घर भिजवा दिया। जहां परिजनों ने शव पर जख्मों के गहरे निशान देखने पर हंगामा खड़ा कर दिया और बेटे की हत्या का आरोप लगाया। ग्राम प्रधान की सूचना पर पुलिस ने कुछ दूर पहुंची एंबुलेंस को पकड़ लिया था। जिसके बाद मंगलवार देर रात मुखानी थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।

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