खरीदारी के लिए धनतेरस से पहले सात शुभ मुहूर्त,जानिए
हल्द्वानी,VON NEWS: दीपावली और धनतेरस में खरीदारी को विशेष शुभकाफी माना जाता है। दोनों दिन बाजार में खासी रौनक रहती है और जमकर खरीदारी भी होती है। लाकडाउन के बाद खुले बाजार में नवरात्रि से पहले ही रौनक छाने लगी थी। अब दीपावली और धनतेरस से पहले भी बाजार में खूब बिकवाली होने की संभावना है। खास बात ये है कि धनतेरस से पहले ही ग्रहों और नक्षत्रों के सात शुभकाफी योग बन रहे हैं। ज्योतिषी इसे खरीदारी के लिए अति फलदायी बता रहे हैं।
ज्वेलरी, कपड़ा व इलेक्ट्रानिक बाजार रहेगा गुलजार
दीपावली के ठीक 12 दिन बाद हरिबोधनी एकादशी के साथ सहालग की शुरुआत होने जा रही है। कोरोना काल के कारण इस साल गर्मियों में शादियां नहीं हो पाई थी। ऐसे में लोगों को सहालग शुरू होने का इंतजार है। इससे पहले शादी की खरीदारी भी होगी। कारोबारियों को ज्वेलरी, कपड़ा कारोबार और आने वाली सर्दियों को देखते हुए इलेक्ट्रानिक कारोबार को गति मिलने की उम्मीद है। ज्योतिषी डा. नवीन चंद्र जोशी, पंडित मुकेश तिवारी का कहना है कि विशेष योगों में की गई खरीदारी सुख और समृद्धिदायी होती है।
श्री महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक 30 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा, चार नवंबर को करवा चैथ, छह को स्कंध षष्ठी, आठ को अहोई अष्टमी व 11 नवंबर को रमा एकादशी रहेगी। इन दिवसों में भी खरीदी फलदायी रहेगी। कई दिन ऐसे हैं, जिनमें एक साथ दो या इससे अधिक शुभ योग हैं।
30 अक्टूबर: रवि, अमृत सिद्धि व सर्वार्थ सिद्धि योग। वाहन, आभूषण, वस्त्र व प्रापर्टी खरीदना श्रेष्ठ।
31 अक्टूबर: कार्तिक पूर्णिमा, अश्विनी नक्षत्र योग।
1 नवंबर: त्रिपुष्कर योग। नए प्रतिष्ठान का शुभारंभ व सामान्य वस्तुओं की खरीदारी उत्तम रहेगी।
3 नवंबर: सर्वार्थ सिद्धि योग। मांगलिक कार्य व गृह उपयोगी वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं।
4 नवंबर: सर्वार्थ सिद्धि, बुधवार का दिन। रत्न, आभूषण व वस्त्र खरीदना लाभकारी रहेगा।
6 नवंबर: स्कंद षष्ठी। खरीदारी शुभकारक रहेगी।
8 नवंबर: कुमार योग, अश्लेषा नक्षत्र व अहोई अष्टमी। खाद्यान, औषधि व मांगलिक कार्य करना श्रेष्ठ फलदायी।