अगले साल की शुरुआत तक आ सकती हैं कोरोना वैक्सीन, पढ़े पूरी खबर
नई दिल्ली,VON NEWS. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि कोविड-19 महामारी ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश के महत्व को रेखांकित किया है। स्वामीनाथन ने कहा कि हमारे पास अगले साल की शुरुआत में कोरोना वायरस के कम से कम दो टीके उपलब्ध हो सकते हैं।
जिनेवा से 15वें जेआरडी टाटा स्मृति व्याख्यान को संबोधित करते हुए संगठन की प्रमुख वैज्ञानिक ने शिक्षा, महिलाओं के खिलाफ हिंसा आदि पर कोविड-19 के प्रभाव का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘मैंने बीते नौ-10 महीनों में जाना है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश बहुत अहम है।
हम उन देशों के उदाहरण देखते हैं, जहां दशकों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश का भुगतान किया गया है। इसके विपरीत, आपके पास उच्च आय वाले देश हैं, जहां स्थिति काफी चरमरा गई है और और कुछ जरूरी कदम उठाने में भी वे सक्षम नजर नहीं आते हैं।
साथ ही स्वामीनाथन ने कहा कि कोरोना वायरस के लिए टीकाकरण अगले साल की शुरुआत में उपलब्ध हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘हम वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। उम्मीद करते हैं कि 2021 के शुरुआती महीने में हमारे पास कम से कम दो वैक्सीन होंगी, जो सुरक्षित और प्रभावी साबित हो सकती हैं। इन वैक्सीन को हम सबसे कमजोर और उच्च जोखिम वाली आबादी में उपयोग करना शुरू कर सकते हैं।
अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से हर दिन जारी की जाती है। इधर, भारत में कोरोना वायरस की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होता नजर आ रहा है। कोरोना के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में रिकवरी दर अब 90 फीसदी की ओर तेजी से बढ़ रही है।
कोरोना के नए मामलों में गिरावट के साथ रिकवरी दर के तेज होने से देश में कोरोना के हालत में सुधार हो रहा है। देश में अब तक करीब 69 लाख लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के नए मामले कम हुए है। कोरोना के 55,838 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान देश में 702 लोगों की मौत भी हुई है। इसको मिलाकर कोरोना का कुल आंकड़ा 77 लाख के पार चला गया है।