उत्तराखंड सरकार के नौकरी के प्रस्ताव का जवाब ,हंसी ने अभी तक नहीं दिया पढ़े पूरी खबर
हरिद्वार,VON NEWS. कुमाऊं विश्वविद्यालय से डबल एमए कर चुकीं हंसी प्रहरी ने राज्य सरकार के नौकरी और आवास प्रस्ताव पर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। फिलहाल वह अभी सड़क और बस स्टेशन के यात्री प्रतीक्षालय में ही अपना जीवन गुजार रही हैं।
आपको बता दें कि भीख मांग गुजारा कर रहीं हंसी की तरफ मीडिया का ध्यान उस वक्त गया, जब वो सड़क किनारे अपने बेटे को पढ़ा रही थीं। उनकी फर्राटेदार अंग्रेजी सुन हर कोई हैरान था।
आपको बता दें कि स्थानीय प्रशासन की ओर से एसडीएम सदर गोपाल चौहान ने तीन दिन के भीतर अंशी प्रहरी को आवास उपलब्ध कराने का दावा किया था, लेकिन इस मामले को सामने आए चार दिन बीतने को हैं।
पर प्रशासन उन्हें और उनके बेटे को एक अदद छत मुहैया नहीं करा सका। एसडीएम सदर गोपाल चौहान का कहना है कि हंसी प्रहरी ने अभी तक अपना कोई जवाब नहीं दिया है और प्रशासन की ओर से उन्हें कोई आवास उपलब्ध नहीं कराया जा सका है।
आपको बता दें कि हंसी वो महिला है, जो अपने छात्र जीवन में न केवल कुशल वक्ता रही, बल्कि छात्र राजनीति में सक्रिय रहते हुए कुमाऊं विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा परिसर में छात्रसंघ उपाध्यक्ष भी चुनी गई।
पर इसे नियति का खेल ही कहेंगे कि अंग्रेजी और राजनीति शास्त्र में एमए डिग्रीधारी ये महिला आज हरिद्वार की सड़कों पर भीख मांग अपना और बच्चे का गुजारा करने को मजबूर हैं। पर हौसले अब भी मजबूत हैं। वो अपने बच्चे को पढ़ा भी रही हैं और अफसर बनाने के सपने बुन रही हैं।