मेरठ के आनंद हॉस्पिटल के मालिक की आत्महत्या का जिम्मेदार सुभारती का अतुल भटनागर : सी बी आई जांच की माग

मेरठ : आनंद हॉस्पिटल मेरठ के मालिक हरिओम आनंद इतने कमजोर नहीं थे की आत्महत्या कर ले उन्होंने सुभारती हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज बनाया था और उनके साथ सुभारती के फर्जी मालिक डॉ अतुल भटनागर ने धोखा किया और धोखे और छल से उनकी सारी संपत्ति हड़प ली। यह बात मैं नहीं कह रहा इस पुरे प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट सी बी आई की उस जांच रिपोर्ट मैं है जिसके तहत डॉ अतुल भटनागर की जमानत इलाहाबाद हाई कोर्ट ने निरस्त कर दी थी और आज डॉ अतुल भटनागर सुप्रीम कोर्ट से स्टे पर है यदि 2015 से अब तक सुप्रीम कोर्ट से गिरफ़्तारी पर मिले स्टे पर सुनवाई हो जाती तो आज आनंद हॉस्पिटल के मालिक हरिओम आनंद जिन्दा होते। निश्चित तौर पर यदि इस आत्महत्या की सी बी आई जांच होगी तो यही तथ्य सामने आएगा की इसके जिम्मेदार भी सुभारती के अतुल भटनागर सहित उनका पूरा खानदान है उक्त उदगार उत्तराखंड के पूर्व राज्य मंत्री व् भाजपा के वरिष्ठ नेता मनीष वर्मा ने उक्त प्रकरण जानने के बाद एक बयान के माध्यम से व्यक्त किये है

प्रृष्ठ भूमि;-

डॉ अतुल भटनागर व् उनके परिवार पर सिर्फ धोखाधड़ी , मारपीट हत्या ही नहीं अपितु डेंटल व् मेडिकल के छात्रों को गुमराह कर भारी फीस वसूलने ,उनका भविष्य अंधकारमय करने सहित मनुष्य के बॉडी पार्ट बेचने का भी आरोप है हाल के 6 माह पूर्व भी उनके अन्य एकाउंटेंट की हत्या कर दी गयी थी ऐसे मैं सवाल यह खड़ा होता है इनके यहाँ एकाउंटेंट की ज्यादा हत्याए क्यों होती है? व् आये दिन आंदोलन व् गोलीबारी तो आम बात है

 

अतुल कृष्ण ने दी थी निर्मल की सुपारी – :

http://upwebnews.com/news.131210_A.htm

सी बी आई कोर्ट गाजियाबाद से चल रहे है अतुल भटनागर के नॉन बेलेबल वारंट ;-


अतुल भटनागर व् आनंद हॉस्पिटल के मालिक हरिओम आनंद पर १० साल से सुभारती,मेरठ   की सम्पत्ति पर धोखा धड़ी को लेकर विवाद छल रहा है व् इसी विवाद के चलते अतुल भटनागर ने अपने एकाउंटेंट  निर्मल की हत्या कर दी थी जिसमे उतर प्रदेश के 4 खूंखार हत्यारो सहित अतुल भटनागर आरोपी है व् सी बी आई ने इस हत्या के मामले मैं अतुल भटनागर सहित4अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया कर दिया था बाकि हत्यारे तो गिरफ्तार हो गए पर अतुल भटनागर की बीवी मुक्ति भटनागर के रिश्तेदार जज है जिसके चलते अतुल भटनगर ने पहले तो इलाहबाद हाई कोर्ट से अपनी गिरफ्तारी पर स्टे ले रखा था पर 5 साल तक ही वो इसको रोक पाया अन्त्ततोगत्वा इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक हटाते हुए सी बी आई की चार्जशीट के अनुरूप निर्णय दे दिया

क्या था निर्णय :-

Dr. Atul Krishna Bhatnagar vs C.B.I. & Others on 3 November …
इस जजमेंट में व् सी बी आई की जांच के आरोप पत्र में भी स्पष्ट है अतुल भटनागर व् हरिओम आनंद के विवाद का विवरण

https://indiankanoon.org/doc/193522552/

इसके तुरंत ही अतुल भटनागर अभी सांठ गाँठ को अंजाम देते हुए सुप्रीम कोर्ट गया व् राम जेठमलानी को १ करोड़ की फीस देकर अपनी गिरफ़्तारी पर पुनः स्टे ले लिए जो आज भी लंबित है

सुप्रीम कोर्ट का 2015 का  आदेश

सुप्रीम कोर्ट का 2020 का  आदेश :-

5 साल से स्टे मिलने के बाद हुई ही नहीं सुनवाई ? ऐसा क्या जाल अतुल भटनागर ने बिछाया की आज 5 वर्ष होने पर भी अभी तक स्टे रहेगा या नहीं इस पर सुनवाई नहीं हुई जबकि सुप्रीम कोर्ट के अंदर 6 माह से अधिक स्टे नियम लागु ही नहीं है
आपको बता दे की हरिओम आनंद एक जिन्दा दिल आदमी थे और उनका इस संपत्ति को लेकर डॉ अतुल भटनागर से विवाद चल रहा था और निसंदेह अतुल भटनागर ही इसका जिम्मेदार है।

उत्तराखंड में भी दर्ज है अतुल कृष्ण भटनागर व् उनके पार्टनर यशवर्धन रस्तोगी व् परिवार पर गंभीर धाराओं में मुकदमे

उत्तराखंड सरकार ने अतुल कृष्ण भटनागर व् उनके परिवार के लोगो के खिलाफ जो जो भी उन्होंने जगत नारायण चैरिटेबल ट्रस्ट में ट्रस्टी बनाये है उनके खिलाफ १ अरब ८७ करोड़ रुपये की रिकवरी वर्तमान में निकाली हुई है जिसमे से वो गिरफतारी व् कुर्की से बचने के लिए २४ करोड़ रुपये निदेशक चिकित्सा शिक्षा के यहाँ जमा करवाकर बाकि देनदारी पर सुप्रीम कोर्ट से आदेश लाये हुए है व् केस माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल में लंबित है यह देनदारी उनको देहरादून में ३०० एम् बी बी एस के छात्रों से धोखा धड़ी ,फर्जीवाड़ा करके फीस वसूलने आदि विवादों के चलते निकाली गयी है व् सूत्रों के अनुसार अतुल भटनागर ने ३ अरब रुपये ३०० छात्रों से फीस वसूली हुई है जिसका उन्हें भुगतान करना है तथा देहरादून की प्रॉपर्टी मालिकों के साथ भी हरिओम आनंद की तर्ज पर धोखा धड़ी की थी जिसमे इनके खिलाफ कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज है अतुल भटनागर ने देहरादून की कॉलेज के संपत्ति खरीदने का एग्रीमेंट किया था व् एग्रीमेंट पर ही अपने को मालिक बताने लगा जबकि एग्रीमेंट के बाद रजिस्ट्री हुई ही नहीं क्यूंकि अग्रीमेंट में लिखे करोडो के चेक जो अतुल भटनागर व् यशवर्धन रस्तोगी ने दिए थे वो बाउंस हो गए व् अतुल भटनागर व् यशवर्धन रस्तोगी ने १२ करोड़ रुपये की पूर्व मालिकों की जो देनदारी अपनहि तरफ ली थी उसका भी भुगतान नहीं किया इसलिए देहरादून का कॉलेज भी बंद हो गया व् जल्दी ही पुराने मालिकों के पास आ जायेगा

अतुल भटनागर व् यशवर्धन रस्तोगी ने फर्जीवाड़ कर ले रखा हे बैंक ऑफ़ बड़ोदा व् ओरिएण्टल बैंक से अरबो का लोन ;-

अतुल कृष्ण भटनागर व् यशवर्धन रस्तोगी ने कई बैंको से देहरादून की अन्य संपत्ति को अपना बता कर लोन ले रखा हे जिसमे इन पर जल्दी ही कारवाही होने वाली हे

उत्तराखंड में काशीपुर के व्यापारी को भी बनाया था अतुल भटनागर ने शिकार :-

अतुल भटनागर ने शिकार काशीपुर के एक व्यापारी अनिल मित्तल को भी अतुल भटनागर ने काफी बेवकूफ बनाया व् उसके ऊपर अरबो लोन लेकर फरार हो गया वो व्यापरी अबतक उस लोन दो देने के लिए एसबीआई लड़ रहा हे

 

बददुआ का असर :

न जाने कितने असंख्य लोगो की डॉ अतुल भटनागर व् उसके परिवार ने बददुआये ली है और आज नहीं तो कल उसको सजा तो मिलनी निश्चित है आखिर अंत में सब यही रह जाना है साथ तो एक सुई भी नहीं ले जा सकते जिसका उदहारण हरिओम आनंद जी की कहानी है और हरिओम आनंद की पुण्य आत्मा को निश्चित ही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से न्याय मिलेगा व् मेरठ के चुस्त दुरुस्त एसएसपी इन सब बातो का संज्ञान अपनी जांच में अवश्य लेंगे

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