Rajasthan: श्रीगंगानगर, नागौर, भीलवाड़ा का हमीरगढ़, सिरोही का आबू रोड और सवाईमाधोपुर का रणथम्भौर जल्द जुड़ेंगे हवाई सेवाओं से, एयरपोर्ट्स पर ये काम हुए पूरे

जयपुर. राजस्थान सरकार ने प्रदेश के छोटे शहरों को भी एयर कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए कोशिशें तेज कर दी है. इसी के तहत राज्य सरकार की ओर से गठित की गई टीम ने मंगलवार को पांच हवाई पट्टियों का दौरा किया. इन पांच शहरों में जल्द ही एयरपोर्ट तैयार हो सकते हैं. फिलहाल इन हवाई पट्टियों पर वीआईपी मूवमेंट ही होता है, लेकिन अब इन पट्टियों पर नाइट विजन भी तैयार है. लिहाजा रात के समय में भी फ्लाइट की लैंडिग और टेकऑफ हो सकती है. राजस्थान पहला राज्य है जो मौजूदा एयरपोर्ट के अलावा पांच पट्टियों पर घरेलू उड़ानों की योजना बना रहा है.

टीम ने पांच हवाई पट्टियों का लिया जायजा

राज्य सरकार ने गत जनवरी महीने में पांच शहरों में एयरपोर्ट बनाने की कोशिशें शुरू कर दी थी. इसी के तहत टीम का गठन किया गया था. इसमें दिल्ली और राज्य सरकार के सदस्य शामिल हैं. यह टीम मंगलवार को जायजा लेने के लिए इन हवाई पट्टियों पर पहुंची. इन पांच नए एयरपोर्ट डेस्टिनेशन में श्रीगंगानगर, नागौर, भीलवाड़ा का हमीरगढ़, सिरोही का आबू रोड और सवाईमाधोपुर का रणथम्भौर शामिल है. इनमें रणथम्भौर का एयरपोर्ट पर्यटन के लिहाज से मील का पत्थर साबित होगा. हालांकि श्रीगंगानगर से पहले उड़ान शुरू हुई थी, लेकिन नाइट विजन ना होने पाने की वजह से यहां केवल दिन में उड़ान मुमकिन थी. राज्य सरकार ने इन सभी जिलों में एयरपोर्ट पर इंस्टॉलेशन के लिए टेंडर निकाला था. इसमें संगीता एविएशन को ये टेंडर मिला था. इस कंपनी ने पांचों हवाई पट्टियों पर वो सभी ज़रूरी इस्टॉलेशन किए हैं जो एयरपोर्ट की प्राथमिकता में आते हैं.

ये तैयारियां हो चुकी हैं

1. पांचों एयरपोर्ट पर रन-वे लाइट लग चुकी हैं.
2. एयर ट्रैफिक एडवाइजरी सिस्टम लगाया गया है.

3. NDB इंस्ट्रूमेंट लैंडिग सिस्टम लगाया गया है.

अभी यहां केवल वीआईपी मूवमेंट होता है

मंगलवार को सुबह टीम पांचों हवाई पट्टियों पर चार्डट प्लेन के जरिए पहुंची. इस टीम में कैप्टन केसरी सिंह डायरेक्टर सिविल एविएशन राजस्थान सरकार, कैप्टन अजय चौहान डायरेक्टर सिविल एविएशन गुजरात सरकार, मनफूल सिंह मीणा एटीसी ऑफिसर एयरपोर्ट अथोरिटी ऑफ इंडिया, कैप्टन नलिन, कैप्टन राजेश सिंघानिया और कैप्टन लक्ष्मण शामिल थे. फिलहाल ये टीम अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौपेंगी और उसके बाद ही फैसला लिया जाएगा कि यहां के लिए घरेलू उड़ानें कब शुरू करनी है. अब तक इन हवाई पट्टियों का इस्तेमाल केवल दिन में किया जाता था. वो भी तभी किया जाता था जब किसी वीआईपी का मूवमेंट होता है. लेकिन अब आने वाले समय में इन शहरों के लोग भी अपने हवाई यातायात का इस्तेमाल कर पाएंगे.

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