COVID-19 उत्तराखंड :47 नए कोरोना पॉजिटिव केस के साथ 1000 पार हुआ मरीजों का आंकड़ा
देहरादून. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले पूरे देश में लगातार बढ़ रहे हैं. उत्तराखंड में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. प्रदेश में आज 47 नए मामले सामने आए. 15 मार्च को कोरोना का पहला केस सामने आया था और 80 दिन में उत्तराखंड में कोरोना के केस एक हजार के पार पहुंच गए. इन बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है.
इनके लिए इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन अनिवार्य
बता दें कि उत्तराखंड में मंगलवार को कोरोना के 47 पॉजिटिव केस मिले जिनके चलते राज्य में कोरोना के मरीज़ों का आंकड़ा 1005 पहुंच गया है. जिससे सरकार के साथ-साथ शासन और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. उत्तराखंड में 22 मई को 153 केस थे. जो 2 जून आते-आते 1005 हो गए. मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में अब तक कोविड-19 से संक्रमित 243 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 7 लोगों की कोरोना से मौत हुई है. इस समय प्रदेश की राजधानी देहरादून में 220 और नैनीताल में 145 एक्टिव केस हैं. मुख्य सचिव का कहना है कि इस वक्त राज्य में करीब 14 हज़ार आइसोलेशन बेड का इंतज़ाम है. उन्होंने कहा राहत की बात ये है कि राज्य में अब तक कम्युनिटी ट्रांसफर नहीं हुआ है. उन्होंने जानकारी देते हुए बयाता कि देश के 75 हाई रिस्क शहरों से लौटने वाले लोगों को 7 दिन इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन होना पड़ेगा. इसमें होटल पेमेंट क्वारंटाइन की व्यवस्था भी होगी. 7 दिन इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन के बाद ऐसे लोगों को 14 दिन होम क्वारंटाइन भी होना होगा. देश के 75 हाई रिस्क वाले शहरों में दिल्ली, मुंबई, इंदौर जैसे शहर शामिल हैं.
उत्तराखंड में कोरोना मामलों की शुरुआत विदेश से लौटे कुछ आम लोगों और इंडियन फारेस्ट सर्विस के अधिकारियों के संक्रमित होने के साथ हुई. हालांकि शुरुआत में ये संख्या बेहद कम थी. लेकिन फिर दिल्ली और अलग-अलग जगहों से आए लोगों के पॉजिटिव होने से आकंड़ा 100 के पार हो गया. बीते 11 दिनों में प्रवासियों के लौटने के बाद 153 से ये आंकड़ा 1005 तक पहुंच गया. जिसमें बड़ी संख्या दूसरे राज्यों से उत्तराखंड लौटे प्रवासियों की है. दिल्ली और महाराष्ट्र राज्य से सबसे ज़्यादा प्रवासी लौटे हैं. मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह का कहना है कि राज्य के अंदर रेड जोन के जिले में पास जरूरी होगा. जबकि ग्रीन और ऑरेंज जोन में सिर्फ रजिस्ट्रेशन करना होगा.