कूड़े के ढेर के बीच रहने को मजबूर हैं राजधानी के लोग, कैसे हारेगा कोरोना?
VON NEWS: कोरोना वायरस के खतरे के बीच एक ओर जहां योगी सरकार और लखनऊ नगर निगम राजधानी में साफ-सफाई के बड़े-बड़े दावे कर रहा है, वहीं हकीकत सरकारी दावों से कहीं उलट है। लखनऊ के कई हिस्सों में लोग गंदगी और कूड़े के बीच रहने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन इलाकों में ना ही नगर निगम की कूड़ा गाड़ी आती है और ना ही खाली पड़े प्लॉटों में शिकायत पर कोई कार्रवाई की जाती है। इस मामले पर जब हमने नगर निगम अधिकारी से बात की तो वह भी नियम-कानून का हवाला देते हुए सवालों से कन्नी काटते नजर आए।
नगर निगम की लापरवाही से परेशान लोग
इन इलाकों में बीसों साल से कई खाली प्लॉट पड़े हुए हैं। यहां ना ही कोई सरकारी कूड़ाघर बना है और ना ही कोई कूड़ागाड़ी कूड़ा लेने आती है। ऐसे में आसपास के सभी लोग इन्हीं खाली प्लॉटों में कूड़ा डालकर चले जाते हैं। लेकिन इससे परेशानी सिर्फ उन्हें होती है, जो इन खाली पड़े प्लॉटों के ठीक बगल में रहते हैं। लखनऊ के फैजुल्लागंज तृतीय वॉर्ड में रहने वाले प्रशांत ने बताया, ‘मेरे घर के दोनों तरफ खाली प्लॉट पड़े हुए हैं। मालिकों ने प्लॉट की बाउंड्री करा रखी है और गेट पर ताला भी लगवा रखा है। ऐसे में वे प्लॉट बड़े कूड़ाघरों में तब्दील हो गए हैं।’ यही हालात सीतापुर रोड के आसपास पड़ने वाले लगभग हर वॉर्ड की है।
कोरोना ही नहीं, मलेरिया-डेंगू का भी खतरा
एक अन्य स्थानीय निवासी रवि मौर्या ने बताया, ‘क्षेत्र के लोगों ने नगर निगम के जोनल अधिकारी से शिकायत की तो वह देखने आए और मुझसे ही प्लॉट मालिक का पता मांगने लगे। उन्होंने कहा कि किसी ताला पड़े प्लॉट में हमारे लिए घुसना कानूनन गलत होगा। हम इनकी सफाई नहीं करा सकते। कि मैंने उन्हें उनके नंबर उपलब्ध कराए तो उन्होंने साफ कह दिया हम नोटिस तो भेज देंगे, यही हमारा काम है।’ रवि का कहना है कि अगर इस गंदगी में विषाणु जनित रोगों समेत मलेरिया, डेंगू जैसे रोग फैलते हैं तो जिम्मेदारी कौन लेगा।
’प्लॉट मालिकों पर तत्काल कार्रवाई करे नगर निगम’
फैजुल्लागंज इलाके में काम करने वाले बाल महिला सेवा संगठन की अध्यक्ष ममता त्रिपाठी का कहना है कि पूरे इलाके में गंदगी की भरमार है। नगर निगम इन्हें गंभीरता से नहीं ले रहा है। अलग-अलग तरह के नियम-कानून बताकर वे स्थानीय लोगों की शिकायत को टाल देते हैं। क्षेत्र में खाली पड़े प्लॉटों की सफाई के साथ उनके मालिकों पर भी तत्काल बड़ी कार्रवाई जरूरी है, ताकि वे अपनी भू-संपत्ति को गंभीर हो सकें, और उनकी संपत्ति किसी और के लिए खतरा न बन जाए।
इन इलाकों तक नहीं पहुंचतीं इको ग्रीन की कूड़ा गाड़ियां
स्थानीय लोगों से जब पूछा गया कि वे इन खाली पड़े प्लॉटों में कूड़ा क्यों डालते हैं तो उनका कहना था कि घरों से कूड़ा निकलता है लेकिन कोई कूड़ा उठाने ही नहीं आता, ऐसे में आसपास के खाली पड़े प्लॉट में कूड़ा डालना मजबूरी है। इस मामले में जब नगर निगम की ओर से अधिकृत इको ग्रीन के विनय कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें नगर निगम ने इन इलाकों का भी काम दिया है लेकिन लखनऊ के कई इलाकों में हम अभी काम शुरू नहीं कर पाए हैं। ऐसे में कई जगहों पर हमारी गाड़ियां नहीं जाती हैं।
वहीं लखनऊ के नगर आयुक्त से लेकर मेयर तक इन हालातों से वाकिफ हैं। शिकायत पर उनके समाधान का आश्वासन तो दिया जाता है लेकिन फिर बात आई-गई हो जाती है। फैजुल्लागंज तृतीय के पार्षद अमित मौर्य ने कहा कि पहले लगता था कि सरकारी लोग काम नहीं करते, इसलिए प्राइवेट कंपनी इको ग्रीन को कूड़ा उठाने का काम दिया गया था लेकिन वे हमारे क्षेत्र में काम नहीं कर रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह मैनपावर की कमी है। लोग सफाई का काम नहीं करना चाहते क्योंकि इसमें सैलरी कम है, ऐसे में अगर ये व्यवस्थाएं ठीक करनी हैं तो कूड़ा उठाने वालों की सैलरी बढ़ानी होगी।
ऐसे स्मार्ट सिटी बनेगा लखनऊ?
हैरान करने वाली बात तो यह है कि हाल ही में जारी स्मार्ट सिटी शहरों की रैंकिंग में लखनऊ ने बड़ी छलांग लगाई थी। 100 शहरों की रैंकिंग में लखनऊ को 24वां स्थान मिला था। दूसरी ओर सूबे के नगर विकास मंत्री भी यह दावा करते रहे हैं कि वह राजधानी को साफ-सुथरा बनाएंगे। ऐसे में इस तरह की तस्वीरें सरकारी दावों की हकीकत बयां करती हैं।
VOICE OF NATION NEWS प्रदेश में ही नही देश में भी प्रतिष्ठित होती मीडियापोर्टल की हिंदी व अंग्रेजी वेबसाइट है तथा उत्तराखंड सरकार से मान्यता प्राप्त है । आपकी खबर हमारे news channel पर भी प्रसारित की जाती है www.voiceofnationnews.com में हमें आपकी राय और सुझावों की जरुरत हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें voiceofnation18@gmail.com या vonnews8@gmail.com पर भेज सकते हैं या हमारे व्हाटसप नंबर 7579193109 ( मुख्य संपादक श्री मनीष वर्मा जी ) पर भी संपर्क कर सकते हैं।
यह भी पढ़े :