White House में भी दिखा CoronaVirus का खौफ;
अमेरिका,VON NEWS: पूरी दुनिया में कोरोना का खौफ दिख रहा है। इस बीच सबसे पहले व्हाइट हाउस में परिवर्तन दिखने लगा है। कोरोनावायरस संकट के बीच व्हाइट हाउस में आने वाले पत्रकारों के लिए प्रेस ब्रीफिंग रूम में बैठने की नई व्यवस्था कर दी गई है। इसी व्यवस्था के तहत वहां आने वाले पत्रकारों को बैठकर सवाल जवाब करने होंगे। व्हाइट हाउस के अधिकारियों के अनुसार कोरोना के कहर को कम करने और एहतियाती कदमों के तहत ये नई व्यवस्थाएं की गई हैं।
दरअसल विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से कोरोनावायरस से बचाव के लिए दो लोगों के बीच कम से कम एक मीटर दूर होना चाहिए जिससे दो लोगों के बीच संक्रमण को रोका जा सके। इसके अलावा सभी को मुंह पर मास्क पहनने के लिए भी कहा गया है जिससे वो वायरस का शिकार न हो। दो लोगों के बीच की दूरी को ध्यान में रखते हुए व्हाइट हाउस में आने वाले लोगों को एक कुर्सी छोड़कर बैठने के लिए कहा गया है। जिससे ये दूरी बनी रह सके। इसी के साथ प्रशासन की ओर से यहां रखी हुई कुर्सियों पर स्लिप भी लगा दी गई है जिससे वो उसी पर बैठें। किसी तरह का संदेह न रह जाए।
व्हाइट हाउस कॉरेस्पॉन्डेंट्स एसोसिएशन (WHCA) ने सोमवार को खुलासा किया कि कोरोनोवायरस संकट को ध्यान में रखते हुए ये कदम उठाए गए हैं। जो लोग यहां ब्रीफिंग रूम में आएंगे उनको इसी व्यवस्था के तहत बैठना होगा और उसका पालन करना होगा।
इसमें ये लिखा गया कि कोरोना से बचने के लिए व्हाइट हाउस की ओर से उठाए गए कदम। इसके अलावा जो भी रिपोर्टर यहां ब्रीफिंग रूम में पहुंच रहे थे उन सभी का तापमान भी चेक किया गया।
प्रेस के सदस्यों ने नई प्रक्रिया को प्रकट करने के लिए जल्दी से सोशल मीडिया का सहारा लिया। एक अतिरिक्त उपाय के रूप में, प्रेस के सदस्यों ने व्हाइट हाउस के मेडिकल स्टाफ के सदस्यों द्वारा अपना तापमान लिया था। चाइना ग्लोबल टेलीविज़न नेटवर्क के अंग्रेजी-भाषा प्रभाग के साथ एक रिपोर्टर ने वीकेंड पर व्हाइट हाउस में प्रवेश से वंचित कर दिया था, जब एक तापमान स्क्रीनिंग ने 100.4-डिग्री फ़ारेनहाइट पढ़ने को वापस कर दिया था।
ट्रंप प्रशासन ने एहतियातन उठाए कदम
ये बदलाव ट्रंप प्रशासन की ओर से किए गए हैं। ये बदलाव अगले 15 दिनों तक जारी रहेंगे। साथ ही उनकी ओर से ये भी निर्देश दिए गए हैं कि यदि संभव हो तो वो लोग घर से काम करें, सामाजिक समारोहों में जाने से बचें, सफाई का विशेष ध्यान रखें जिससे बीमारी से बच सकें। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग के अनुसार, 4,400 से अधिक COVID-19 मामलों की पुष्टि हुई है। उसके बाद से बड़े पैमाने पर ऐसे कदम उठाए गए हैं जिससे इसको फैलने से रोका जा सके।
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