चम्पावत महोत्सव में बीके सामंत और गोविंद दिगारी के गीत
चम्पावत,VON NEWS : सर्द हवा के बीच चम्पावत महोत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या उत्तराखंड के कलाकारों के नाम रही। लोक गायक बीके सामंत ने अपने गीतों से कार्यक्रम में चार चांद लगाए तो गोविंद दिगारी, करिश्मा शाह, बेबी प्रियंका व सुरेश राजन ने अपने गीतों से दर्शकों को रात भर झूमाया। उसके बाद आए हास्य कलाकार पवन पहाड़ी ने लोगों को जमकर गुदगुदाया। देर रात तक दर्शक कलाकारों की प्रस्तुति पर नाचते झूमते रहे।
हास्य कलकार पवन पहाड़ी ने जहां अशिक्षा और अंध विश्वास पर व्यंग किए वहीं स्वच्छता अभियान तथा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की सार्थकता पर चुटीले अंदाज में पेश किया। बीके सामंत ने पलायन को लेकर अपने चिर परिचित गीत- तु ए जौ पहाड़.., यो मेरो पहाड़.., देवोत्थानों गीत प्रस्तुत कर एक बार फिर दर्शकों को पहाड़ में लगातार हो रहे पलायन की पीड़ा से साक्षात्कार कराया। साथ ही उन्होंने अपने प्रसिद्ध गीत-थल की बजार.., से लोगों को बैठे-बैठे थिरकने के लिए मजबूर कर दिया। दर्शकों ने एक के बाद एक कर दो बार थल की बाजार गीत को सुना। इसके बाद आए गोविंद दिगारी के सुरीले गीतों पर भी दर्शकों ने खूब ठुमके लगाए। उन्होंने रंगीलो पहाड़ मेरो देवीत्थान धाम.., पहाड़ छुटीगयो समेत कई गीतों पर दर्शकों को खूब झूमाया। इसके बाद बेबी प्रियंका ने हाय रे काकड़ी झीलेमा..कई गीत गाकर दर्शकों को नाचने पर मजबूर कर दिया। अंत में आई करिश्मा शाह व उनके बैंड में शामिल कलाकारों ने दर्शकों रात भी मनोरंजन किया। करिश्मा के मंडाण गीत को लोगों ने खूब पसंद किया। लोक सांस्कृतिक कला दर्पण लोहाघाट के कलाकारों ने दल नायक भैरव दत्त्त राय के नेतृत्व में कुमाऊंनी, गढ़वाली, राजस्थानी, पंजाबी गीत और नृत्य से समां बांध दिया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ चम्पावत की ब्लॉक प्रमुख रेखा देवी, लोहाघाट की ब्लॉक प्रमुख नेहा ढेक ने दीप जलाकर किया। जिलाधिकारी एसएन पांडे, एडीएम टीएस मर्तोलिया, एसडीएम अनिल गब्र्याल, शिप्रा जोशी, समाजसेवी नरेंद् लडवाल, मुख्य कृषि अधिकारी एनके आर्या, बाल विकास अधिकारी पीएस बृजवाल, संचालन हेमंत बिष्ट और विभु कृष्णा ने संयुक्त रूप से किया।